पहले ऑक्सीजन व रेमडेसिविर इंजेक्शन का दोगुने रेट में आयात : सुरजेवाला

कुरुक्षेत्र कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सरकार कोरोना के नाम पर लोगों को उलझा रही है। पहले ऑक्सीजन और रेमेडिसिविर का निर्यात किया और अब दोगुने रेट में आयात किया जा रहा है। कोरोना को लेकर सरकार की कोई ठोस प्लानिग भी नजर नहीं आती है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 06:29 AM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 06:29 AM (IST)
पहले ऑक्सीजन व रेमडेसिविर इंजेक्शन का दोगुने रेट में आयात : सुरजेवाला
पहले ऑक्सीजन व रेमडेसिविर इंजेक्शन का दोगुने रेट में आयात : सुरजेवाला

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सरकार कोरोना के नाम पर लोगों को उलझा रही है। पहले ऑक्सीजन और रेमेडिसिविर का निर्यात किया और अब दोगुने रेट में आयात किया जा रहा है। कोरोना को लेकर सरकार की कोई ठोस प्लानिग भी नजर नहीं आती है।

उन्होंने यह बात मंगलवार को पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा के आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने इसके बाद एलएनजेपी अस्पताल में डिप्टी सिविल सर्जन डा. आरके सहाय व चिकित्सा अधीक्षक डा. सारा अग्रवाल को पीपीई किट व अन्य सामान सौंपा। कोरोना योद्धाओं के जज्बे को सलाम किया।

सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि डोजिलाजोन व रेमडेसिविर का इंजेक्शन दिलवाने, पैरासिटामोल, अस्पतालों में बेड और वेंटिलेटर का इंतजाम करने की बजाय सरकार नदारद है और उसकी गुमशुदगी के पर्चे लग रहे हैं। प्रधानमंत्री डोजिलाजोन और मुख्यमंत्री व डीसी रेमडेसिविर के इंजेक्शन देंगे तो मरीजों को कैसे बचाया जाएगा। अगर किसी कोविड पॉजिटिव मरीज को अस्पताल में दाखिल करवाना है तो कमेटी से परमिशन लानी होगी। सरकार इस तरह से कोरोना के इलाज को भी बांधना चाहती है। ऑक्सीजन देने की ड्यूटी प्रशासन की लगाई गई है। अस्पतालों व चिकित्सकों को अपना काम करने देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि पिछले लॉकडाउन में मुख्यमंत्री के पास 300 करोड़ और प्रधानमंत्री फंड में 20 हजार करोड़ रुपये आए थे। सरकार ने इस एक साल में राहत फंड का सदुपयोग करने की बजाय अपने हित पूरे किए। सरकार को इस समय में ऑक्सीजन प्लांट और वेंटिलेटर खरीदने चाहिए थे। एक साल से नौ हजार टन ऑक्सीजन का निर्यात करती रही और अब सरकार दोगुने पैसे पर उसका आयात कर रही है।

पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने कहा कि पंजाबी धर्मशाला और बाकी धर्मशालाओं में कोविड सेंटर बनाए जा सकते हैं। प्रशासन के पास धर्मशालाओं ने प्रस्ताव भी दिया है, लेकिन इस तरफ किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। यहां डॉक्टर लाकर मरीजों का आसानी के साथ इलाज शुरू किया जा सकता है। इस मौके पर शाहाबाद के पूर्व विधायक अनिल धंतौड़ी मौजूद रहे।

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