दमनकारी नीतियां सरकार के पतन का कारण बनेंगी : निर्मल सिंह
संवाद सहयोगी पिहोवा केंद्र व प्रदेश की गठबंधन सरकार की ओर से चुनावों में किए वायदे मह
संवाद सहयोगी, पिहोवा : केंद्र व प्रदेश की गठबंधन सरकार की ओर से चुनावों में किए वायदे महज ढकोसले साबित हुए हैं, जिसका खामियाजा आगामी चुनावों में इन्हें भुगतना होगा, सरकार की दमनकारी नीतियां उसके पतन का कारण बनेंगी। यह बात हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट के संस्थापक एवं पूर्व मंत्री चौ. निर्मल सिंह ने हलका अध्यक्ष एडवोकेट वीरभान बाखली के निवास स्थान पर पत्रकारवार्ता के दौरान कहे।
उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की निर्णायक लड़ाई है, जिसमें जीत किसानों की होगी। कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार की हठधर्मी व किसानों पर झूठे केस दर्ज करना सरकार की बौखलाहट का नतीजा है, क्योंकि सरकार हर स्तर पर बिलकुल नकारा हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, कालाबाजारी का बोलबाला है, डीजल-पेट्रोल सहित खाद्य पदार्थों की हर रोज बढ़ती कीमतों से त्राहि-त्राहि मची हुई है। हर कोई महंगाई से बेहाल है। पिछले दिनों प्रदेश सरकार ने घोषणा की डिपो से मिलने वाले राशन में सरसों का तेल नहीं मिलेगा, लेकिन जब लोगों में इस बात को लेकर विरोध भड़का तो आनन फानन में तेल की राशि खातों में डालने की घोषणा कर दी। युवाओं को रोजगार देने की बजाए उनसे रोजगार छीनने का कार्य किया जा रहा है। लाकडाउन के दौरान घरेलू गैस की बढ़ती बेतहाशा कीमतों ने ग्रहणी के बजट को बिगाड़ दिया है। इस मौके पर ब्रह्मपाल राणा उपप्रधान, गुलजार सिंह महासचिव, राजा राम दानीपुर हलका अध्यक्ष अंबाला, रणधीर बाखली, विनोद शर्मा, परमजीत सिंह, पलविद्र सिंह, सुखचैन सिंह, महिद्र सिंह, चरण सिंह व भारत बाखली मौजूद रहे।