प्रदर्शनी में 1857 की क्रांति की यादें ताजा, हरियाणा के योगदान को दिखाया

भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। आजादी दिलवाने के लिए 1857 की क्रांति का सबसे अहम योगदान था। आजादी की लड़ाई का बिगुल सबसे पहले 1857 में बजा था और देश के महान क्रांतिकारियों के बलिदान और योगदान से ही आजादी मिली थी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 06:26 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 06:26 AM (IST)
प्रदर्शनी में 1857 की क्रांति की यादें ताजा, हरियाणा के योगदान को दिखाया
प्रदर्शनी में 1857 की क्रांति की यादें ताजा, हरियाणा के योगदान को दिखाया

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। आजादी दिलवाने के लिए 1857 की क्रांति का सबसे अहम योगदान था। आजादी की लड़ाई का बिगुल सबसे पहले 1857 में बजा था और देश के महान क्रांतिकारियों के बलिदान और योगदान से ही आजादी मिली थी। इसी को दर्शाती प्रदर्शनी सूचना जन संपर्क एवं भाषा विभाग ने शुक्रवार को लघु सचिवालय में लगाई। प्रदर्शनी में 1857 की क्रांति में प्रदेश के योगदान को भी दर्शाया गया। लोग नई जानकारी मिलने पर उत्सुक नजर आए।

नगर परिषद की निवर्तमान चेयरपर्सन उमा सुधा शुक्रवार को लघु सचिवालय परिसर में चार दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इससे पहले सीटीएम हरप्रीत कौर ने उनको बुके देकर स्वागत किया। उन्होंने रिबन काटकर विधिवत रूप से प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ देश भर में आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मनाई जा रही है। हरियाणा प्रदेश ने भी इसमे बढ़-चढ़कर भाग लिया है और देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ को अनूठे ढंग से मनाने के लिए प्रदेश भर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है।

स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया

सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की इस अनूठी पहल की प्रशंसा की गई। लोगों ने बताया कि प्रदर्शनी में देश के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों, राजा-महाराजाओं के योगदान को अभिलेखों के माध्यम से आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया गया है। सीटीएम हरप्रीत कौर ने कहा कि प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य हमारी युवा पीढ़ी को देश के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाले वीर सेनानियों की गाथाओं से अवगत करवाना है। युवा पीढ़ी प्रदर्शनी के माध्यम से हमारे गौरवशाली इतिहास को याद रखेगी व देश और प्रदेश के नव माण में अपना योगदान देगी। एआइपीआरओ बलराम शर्मा ने मुख्यातिथि को प्रदर्शनी की विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर लेखाकार अश्विनी कुमार, आइसीए मीना कुमारी, संजीव कुमार, पंकज धीमान, विक्रम सैनी, मनोज सहित चंडीगढ़ मुख्यालय से कला कार्यपाल जगदीपक सिंह, तकनीकी सहायक रामनारायण शर्मा व क्राफ्ट मास्टर विनोद कुमार मौजूद रहे।

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