सर्वकल्याण की भावना से शरद पूर्णिमा पर प्राकट्योत्सव समारोह शुरू

मारकंडा नदी के तट पर श्री मार्कण्डेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में सर्वकल्याण की भावना से शरद पूर्णिमा के अवसर पर प्राकट्योत्सव समारोह का शुभारंभ किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 06:54 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 06:54 AM (IST)
सर्वकल्याण की भावना से शरद पूर्णिमा पर प्राकट्योत्सव समारोह शुरू
सर्वकल्याण की भावना से शरद पूर्णिमा पर प्राकट्योत्सव समारोह शुरू

संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद : मारकंडा नदी के तट पर श्री मार्कण्डेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में सर्वकल्याण की भावना से शरद पूर्णिमा के अवसर पर प्राकट्योत्सव समारोह का शुभारंभ किया गया। मुख्य यजमान आर्यन शर्मा, साहिल शर्मा, कन्हैया शर्मा, विनेश कुमार, सोनू शर्मा, प्रवेश कुमार, सतीश कुमार, रिकू शर्मा तथा बिट्टू शर्मा के परिजन ने विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ विद्वान ब्राह्माणों प. माया चंद शर्मा, प. अश्वनी शर्मा, प. विक्रम शर्मा व आचार्य तरसेम शर्मा से पूजन करवाकर रामायण पाठ का शुभारंभ कराया।

अखिल भारतीय श्री मार्कण्डेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी ने कहा कि रामायण ऐसा ग्रंथ है जिसमें केवल भगवान श्री राम और रावण की कथा ही नहीं है, बल्कि इस के माध्यम से माध्यम से मनुष्य जीवन की मर्यादा के साथ धर्म और अधर्म के बारे में बताया गया है। उन्होंने बताया कि जो कोई मनुष्य नियमित रामायण का पाठ करता है तो उसे अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है, मन को शांति मिलती है और विचारों की नकारात्मकता दूर होती है। रामायण पाठ कर रहे आचार्य प. माया चंद ने बताया कि रामायण ऐसा महान ग्रंथ है, जिसे केवल अध्ययन ही नहीं करना चाहिए बल्कि इसके आदर्शो को जीवन में उतारना चाहिए। हमें अपने संस्कारों के अनुसार प्रतिदिन रामायण का थोड़ा-थोड़ा पाठ अवश्य करना चाहिए। जो रामायण सार के प्रचलित मंत्र का पाठ रोज करते हैं, उन्हें रामायण पढ़ने के बराबर पुण्य मिलता है। इसे एक श्लोकी रामायण भी कहते हैं। प. अश्वनी शर्मा ने कहा कि इस मंत्र का जाप घर के मंदिर में करना चाहिए। इस मंत्र के जाप से शांति होने लगती है।

ये रहे मौजूद

रामायण पाठ में स्वामी सीताराम, स्वामी संतोषानंद, प्रमुख समाजसेवी मा. मामराज मंगला, कृष्णा देवी, विकास पुरी, आमदास बावा, मान सिंह मालवा, रामपाल, पाला राम, शंटी संधू, श्रवण सिंह, नसीब सिंह, साहब सिंह, सुक्खा सिंह, सरजा सिंह, नाजर सिंह, सरवन सिंह व राजिदर सिंह मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी