चाय की चुस्की के साथ समीकरणों को साझा कर रही जनता
जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे राजनीतिक माहौल गर्माता जा रहा है। जहां चार लोग इकट्ठा हो जाते हैं एक-दूसरे से समीकरण जानने में लग जाते हैं। मंगलवार को पिहोवा के तहसील मोड पर बने औपचारिक बस स्टैंड के पास लोग चाय की चुस्की के साथ सिर्फ चुनावी चर्चा में मशगूल थे।
रमेश गर्ग, पिहोवा
जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे राजनीतिक माहौल गर्माता जा रहा है। जहां चार लोग इकट्ठा हो जाते हैं, एक-दूसरे से समीकरण जानने में लग जाते हैं। मंगलवार को पिहोवा के तहसील मोड पर बने औपचारिक बस स्टैंड के पास लोग चाय की चुस्की के साथ सिर्फ चुनावी चर्चा में मशगूल थे।
गुलडेहरा जगदीश बोला कि पांच साल में सरकार ने कई परियोजनाओं पर काम करने के साथ ही उन्हें लागू भी किया। कई काम अधूरे हैं, पर यह भी इस पूरे हो जाएंगे। राजकुमार ने विचार साझा करते हुए कहा कि एक निर्दलीय उम्मीदवार तीन वर्ष से गांव-गांव में जाकर लोगों की समस्याएं सुन रहा है, इस पर वहां बैठी तमन्ना और सतपाल ने कहा कि यदि पिहोवा में निर्दलीय उम्मीदवार जीत गया तो क्षेत्र का विकास किस तरह से होगा।