60 फीट के गड्ढे में 50 घंटे तक फंसा रहा था हल्दाहेड़ी का प्रिस

जतिन्द्र सिंह चुघ शाहाबाद कभी विश्व की सेलिब्रिटी बना हल्दाहेड़ी का प्रिस आज खेतों में

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Mar 2019 08:30 AM (IST) Updated:Sat, 23 Mar 2019 08:30 AM (IST)
60 फीट के गड्ढे में 50 घंटे तक फंसा रहा था हल्दाहेड़ी का प्रिस
60 फीट के गड्ढे में 50 घंटे तक फंसा रहा था हल्दाहेड़ी का प्रिस

जतिन्द्र सिंह चुघ, शाहाबाद : कभी विश्व की सेलिब्रिटी बना हल्दाहेड़ी का प्रिस आज खेतों में अपने पिता के काम में हाथ बंटाता नजर आता है। बोरवेल के साठ फीट गहरे गड्ढे में 50 घंटे रहकर बेशक प्रिस ने मौत से जंग जीत ली थी, लेकिन उस समय हुई घोषाणाएं थोथा चना साबित होने से आज प्रिस का भविष्य बिल्कुल डूब चुका है। जिस कारण हल्दाहेड़ी का प्रिस गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ रहा है तथा स्कूल के बाद अपने पिता के साथ खेत में काम करता है। 21 जुलाई 2006 को लगभग सात बजे हल्दाहेड़ी गांव में चार वर्षीय प्रिस लगभग साठ फीट गहरे संकरे गड्ढे में जा गिरा था और जिसे हरियाणा सरकार व आर्मी के सहयोग से 50 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद 23 जुलाई को सही सलामत बाहर निकाल लिया गया था। प्रिस को बचाने के लिए जहां आर्मी ने जान लगा दी थी, वहीं तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा सहित अनेकों मंत्री, नेता दो दिन तक वहीं डटे रहे थे। अब 13 वर्ष बाद प्रिस को इस घटना के बारे में कुछ भी याद नहीं। हादसे के समय सात लाख रुपये मिले थे प्रिस के पिता रामचंद्र ने बताया कि जब प्रिस के साथ हादसा हुआ था तो गड्ढे से सही सलामत बाहर निकलने पर लगभग एक करोड़ रुपये दिये जाने की घोषणाएं की गई थीं, लेकिन उसमें से मात्र सात लाख रुपये ही उन्हें मिल पाए। प्रिस के पिता रामचंद्र ने बताया कि जिसमें से पांच लाख रुपये एक न्यूज चैनल की तरफ से तथा दो लाख रुपये सरकार की ओर से दिए गए थे। इसे मकान पर खर्च किया गया था। बड़ी मुश्किल से चल रहा चार बच्चों का खर्चा रामचंद्र ने कहा कि उसके पास अब चार बच्चे हैं। तीन बेटे और एक बेटी। तीन बच्चे पहली पत्नी कर्मजीत से थे और एक बच्चा, जिससे अब शादी हुई ममता से है। उन्होंने कहा कि चार बच्चों का खर्चा चलाने में दिक्कत आ रही है। अपने परिवार का पेट पालने के लिए उन्होंने गांव में ही चार एकड़ जमीन ठेके पर ले रखी है। आदर्श गांव बना था प्रिस का गांव इस हादसे के बाद प्रदेश सरकार ने अपने वादे के मुताबिक हल्दाहेड़ी को आदर्श गांव बना दिया था और प्रिस के गांव में विशेष सुविधाएं दी गई थीं।

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