कृषि कानून वापस लेकर पीएम ने बढ़ाया कदम : रामधारी
भाकियू के प्रदेश प्रेस प्रवक्ता (टिकैत गुट) रामधारी उर्फ भूरा डूडा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने तीनों कृषि कानून वापस लेकर एक कदम आंदोलनकारियों की तरफ बढ़ाया है।
फोटो संख्या : 18 संवाद सहयोगी, लाडवा : भाकियू के प्रदेश प्रेस प्रवक्ता (टिकैत गुट) रामधारी उर्फ भूरा डूडा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने तीनों कृषि कानून वापस लेकर एक कदम आंदोलनकारियों की तरफ बढ़ाया है। प्रधानमंत्री के इस एक कदम की देश का किसान स्वागत करता है और उम्मीद करता है कि प्रधानमंत्री किसानों की अन्य मांगे मानकर किसान आंदोलन को समाप्त करने का काम भी जल्द करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की मांग माननी पड़ी और तीनों कृषि कानून वापिस लेने पड़े। यह किसानों की एकता के कारण ही संभव हो पाया है। रामधारी उर्फ भूरा डूडा वीरवार को लाडवा-रादौर मार्ग पर स्थित एक दुकान पर किसानों की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब तब किसानों की सभी मांगे पूरी नहीं होगी उनका आंदोलन जारी रहेगा और जो भी आदेश संयुक्त किसान मोर्चा देगा उन आदेशों का पालन करते हुए ही अगली रणनीति बनाई जाएगी। आंदोलन के दौरान जो मामले किसानों पर दर्ज हुए है उन्हें भी सरकार को वापिस लेने होंगे।
कुर्बानी देने में किसान पीछे नहीं हटते
पिछले एक साल से किसानों ने आंदोलन चलाकर साबित कर दिया कि न केवल देश का किसान एकजुट है, बल्कि वह अपनी मांगों को लेकर कोई भी कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटते। मौजूदा सरकार ने किसान आंदोलन को तोड़ने के लिए हर हथकंडे अपनाए, लेकिन किसानों के आंदोलन को तोड़ने में कामयाब नहीं हो सकी। इस मौके पर भाकियू के जिला प्रधान राम कुमार खैरा, मदन पाल बपदा, राजपाल बपदा, अमनदीप सिंह उर्फ विक्की, जसबीर जैनपुर, सतबीर बपदी, जगीर बन, कवलजीत उर्फ बब्बू, गोल्डी मदान, धर्मपाल बपदा मौजूद थे।