गर्मी बढ़ते ही बिजली कटों ने रुलाया, निगम की सफाई हर घर और कमरे में एसी चलने से बढ़ा लोड

आषाढ़ मास में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। न्यूनतम तापमान भी 26 डिग्री पर है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 03 Jul 2021 06:10 AM (IST) Updated:Sat, 03 Jul 2021 06:10 AM (IST)
गर्मी बढ़ते ही बिजली कटों ने रुलाया, निगम की सफाई हर घर और कमरे में एसी चलने से बढ़ा लोड
गर्मी बढ़ते ही बिजली कटों ने रुलाया, निगम की सफाई हर घर और कमरे में एसी चलने से बढ़ा लोड

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : आषाढ़ मास में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। न्यूनतम तापमान भी 26 डिग्री पर है। पिछले साल आज ही के दिन अधिकतम तापमान 43 डिग्री था। इस समय सामान्य तापमान 27 से 36 डिग्री तक होना चाहिए। करीब सात डिग्री तक अधिक तापमान होने पर बिजली की मांग एक साथ बढ़ गई है। ऐसे में बिजली कट बढ़ गए हैं। कई क्षेत्र में तो शाम के समय वोल्टेज कम आने पर पंखे तक ठीक से नहीं चल पाते।

मानसून इस बार समय पर आने की उम्मीद थी, लेकिन पिछले दिनों एक साथ मौसम बदल गया। ऐसे में गर्मी लगातार बढ़ने लगी। सात दिन पहले अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस था। गत तीन दिन से गर्मी लगातार पड़ रही है। ऐसे में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। शुक्रवार को सुबह ही सूर्य की पहली किरण में लोगों को पसीने आने लगे। दिन बढ़ने के साथ गर्मी भी बढ़ती चली गई। दोपहर 12 से सायं पांच बजे तक घरों से बाहर निकल पाना भी मुश्किल हो गया।

जिले में बिजली खपत बढ़ी

गर्मी के मौसम में बिजली 1.10 करोड़ यूनिट की हर रोज खपत हो रही है। इसमें से अकेले कृषि क्षेत्र में 80 लाख यूनिट की खपत हो रही है। बिजली निगम के जानकारों की माने तो दोपहर, शाम और रात को बिजली की मांग बढ़ जाती है। यह 1.15 करोड़ यूनिट तक बढ़ जाती है। यानी पांच लाख यूनिट तक की खपत बढ़ जाती है।

गर्मी में लोग हुए हकलान

गर्मी में बिजली कटों के चलते लोग हकलान हो गए हैं। कई क्षेत्रों में बिजली की वोल्टेज कम आती है। ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। घरों में पंखों की हवा तक ठीक से नहीं लग पाती। ऐसे में लोगों को दिन के वक्त पेड़ के नीचे सहारा लेना पड़ता है। ऐसे में शहर में सबसे अधिक परेशानी होती है। यहां लोग दोपहर और शाम के समय गाड़ियों में एसी चलाकर बैठते हैं। शहर में बिजली खपत पर एक नजर

1999 में जिले में में 33 केवी के आठ सब स्टेशन थे। अब इनकी संख्या 35 हो गई है। एचटी लाइन 5511 से किलोमीटर से बढ़कर 8451 किलोमीटर हो गई है। ट्रांसफार्मर की संख्या 14,297 से बढ़कर 42,474 पहुंच गई है। सर्कल में 1999 में लाइन लास 55 फीसद था। अब यह कम होकर 18.56 फीसद है।

ऐसे जाने तापमान

तारीख अधिकतम न्यूनतम

एक जुलाई 43 29

30 जून 43 31

29 जून 42 31

28 जून 40 29

27 जून 39 28

26 जून 38 28

25 जून 38 27 गर्मी और पैडी सीजन में बिजली की मांग बढ़ी है। अकेली कृषि क्षेत्र में हर रोज 80 लाख यूनिट बिजली की खपत हो रही है। शहरी क्षेत्र में एसी के लगातार चलने से ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो रहे हैं। इनका मांग अनुसार लोड बढ़ाया जा रहा है। बारिश होने पर स्थिति कुछ सामान्य हो जाएगी।

केएस भौरिया, एसई, बिजली निगम।

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