न्यूमैटिक प्लांटर मशीन का किया ट्रायल

पिछले करीब 15 दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते कृषि विभाग मक्का बिजाई के लिए पहुंची न्यूमैटिकप्लांटर मशीन का ट्रायल ही नहीं कर पाया। मशीन के तीन जुलाई के कुरुक्षेत्र पहुंचने के बाद कई बार प्रयास किया गया कि मशीन से बिजाई का प्रदर्शनी प्लांट तैयार किया जाए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 07:50 AM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 07:50 AM (IST)
न्यूमैटिक प्लांटर मशीन का किया ट्रायल
न्यूमैटिक प्लांटर मशीन का किया ट्रायल

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

पिछले करीब 15 दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते कृषि विभाग मक्का बिजाई के लिए पहुंची न्यूमैटिक प्लांटर मशीन का ट्रायल ही नहीं कर पाया। मशीन के तीन जुलाई के कुरुक्षेत्र पहुंचने के बाद कई बार प्रयास किया गया कि मशीन से बिजाई का प्रदर्शनी प्लांट तैयार किया जाए। लेकिन हर बार बारिश होने के चलते खेत ही तैयार नहीं हो पाया। अब जाकर तीन दिनों तक राहत मिलने पर शुक्रवार की शाम को किसी तरह गांव रत्नडेरा के खेतों में मशीन को उतारा गया और मक्के की बिजाई की गई। अधिकारियों ने मशीन का खेत में ट्रायल होने पर राहत की सांस ली ही थी कि रात में फिर बारिश हो गई। अब इस बारिश से मक्के की बिजाई पर असर पड़ सकता है। दो न्यूमैटिक प्लांटर मशीन मिली

कुरुक्षेत्र में धान की खेती की चलते लगातार पानी गहराई में जा रहा है। ऐसे में पानी की बचत के लिए किसानों को वैकल्पिक खेती की ओर मोड़ा जा रहा है। इसी के चलते किसानों को मक्का की बिजाई करने पर सात हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि दिए जाने का फैसला लिया है। इसके साथ ही मक्के की बिजाई के लिए जिला को दो आधुनिक न्यूमैटिक प्लांटर और छह मैज कम मल्टी कॉप प्लांटर उपलब्ध करवाए गए हैं। मक्का बिजाइ के लिए न्यूमैटिक प्लांटर मशीन किसानों को निशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही है। इसके लिए विभाग ने नई मशीन का प्रदर्शनी प्लांट लगाए जाने की तैयारी की थी। इसके लिए शुक्रवार को गांव रत्नडेरा में देशराज के खेत में मक्के की बिजाइ की गई। सहायक कृषि अभियंता राजेश वर्मा ने बताया कि शुक्रवार को मशीन से बिजाई की गई है। यह मशीन वैक्यूम सिद्धांत पर आधारित है। इस मशीन की विशेषता है कि प्रत्येक बीज समान गहराई और समान दूरी पर बीजा जाता है। बीज की वैरायटी व खेत की मिट्टी के अनुसार इसे एडजस्ट किया जा सकता है।

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