धरा को हरा-भरा बनाने में जुटी इनवायरमेंटल सोसाइटी
कुरुक्षेत्र हरियाणा इनवायरमेंटल सोसाइटी (एचइएस) पिछले पांच सालों से धर्मनगरी के लोगों को पौधरोपण का महत्व समझा कर धरा को हरा-भरा करने में जुटी है। पेड़-पौधों से मिलने वाले फायदे बताते हुए एचइएस पौधे लगाने के साथ-साथ उनकी देखभाल का जिम्मा भी संभाल रही है। जागरण संवाददाता कुरुक्षेत्र हरियाणा इनवायरमेंटल सोसाइटी (एचइएस) पिछले पांच सालों से धर्म
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : हरियाणा इनवायरमेंटल सोसाइटी (एचइएस) पिछले पांच सालों से धर्मनगरी के लोगों को पौधरोपण का महत्व समझा कर धरा को हरा-भरा करने में जुटी है। पेड़-पौधों से मिलने वाले फायदे बताते हुए एचइएस पौधे लगाने के साथ-साथ उनकी देखभाल का जिम्मा भी संभाल रही है। अब धर्मनगरी में उनके काम का असर दिखने लगा है। पिछले कई सालों पहले ब्रह्मासरोवर व अन्य जगहों पर लगाए गए पौधे पेड़ बन गए हैं। एचइएस ने भी अब अपने पौधरोपण अभियान में ऐसे पौधों की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है, जो अधिक समय तक ऑक्सीजन देते हैं।
200 एनआरआइ भी जुड़े
एचइएस के इस अभियान से विदेशों में बैठे 200 के करीब नान रेजिडेंट्स इंडियन (एनआरआइ) भी जुड़े हुए हैं। यही एनआरआई अपनी मातृभूमि को हरा-भरा और पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए पौधरोपण के लिए संस्था को सहयोग राशि भेजते हैं। इसी राशि से एचइएस उनके नाम से पौधे रोपित करती है और उनकी तीन साल तक देखभाल भी करती है।
कुरुक्षेत्र में लगाए तीन हजार पौधे
एचइएस ने कुरुक्षेत्र में पिछले पांच सालों में तीन हजार पौधे लगाए हैं। एचइएस ने केवल यह पौधे रोपित ही नहीं किए उनकी उचित देखभाल भी की है। उनकी देखभाल का परिणाम है कि अब इनमें से हजारों पौधे तो पेड़ बन गए हैं। यही पेड़ अब तेज धूप में लोगों को ठंडी छांव देने के साथ-साथ सांस लेने के लिए शुद्ध हवा भी दे रहे हैं।
एक ही परिवार ने लगाए 51 पौधे
सेक्टर 30 निवासी सेवानिवृत्त अभियंता वीरेंद्र सैनी ने अपने पूर्वजों रिश्तेदारों व अपने परिवार के सभी सदस्यों के नाम से ब्रह्मासरोवर के आसपास की पार्किंग एरिया व केडीबी रोड के दोनों ओर 51 फल, फूलदार, छायादार व औषधीय गुणों वाले पौधे लगाए हैं।
ऑक्सीजन की कमी हुई तो लोग समझने लगे पौधों का महत्व
एचइएस के अध्यक्ष डा. सोहन लाल सैनी ने बताया कि अब कोरोना काल में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी आई तो लोग पौधों का महत्व समझने लगे हैं। अब अधिक समय तक ऑक्सीजन देने वाले पौधों की डिमांड हो रही है। उन्होंने भी अब अधिक समय तक ऑक्सीजन छोड़ने वाले पीपल, नीम, बड़ और औषधीय पौधे ज्यादा रोपित करने का फैसला लिया है। इस काम में उनके साथ कुरुक्षेत्र चैप्टर पूर्व को-ऑर्डिनेटर कुवि के प्रोफेसर एमेरिटस डा. हरि सिंह और स्टेट कंवीनर राहुल भारती भी इस अभियान को गति दे रहे हैं।