आक्सीजन सिलेंडर गायब होने के मामले में जिम्मेदारी से कतरा रहे अधिकारी

एलएनजेपी अस्पताल से 60 सिलेंडर गायब होने के मामले में बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। जिस स्वास्थ्य विभाग के ऊपर कोरोना काल में निजी अस्पतालों में आक्सीजन से जुड़ी पल-पल की रिपोर्ट रखने का दारोमदार था। उसी स्वास्थ्य विभाग के अपने मुख्य अस्पताल से आक्सीजन के सिलेंडर गायब हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 11 Aug 2021 11:55 PM (IST) Updated:Wed, 11 Aug 2021 11:55 PM (IST)
आक्सीजन सिलेंडर गायब होने के मामले में जिम्मेदारी से कतरा रहे अधिकारी
आक्सीजन सिलेंडर गायब होने के मामले में जिम्मेदारी से कतरा रहे अधिकारी

फोटो संख्या : 22

---आक्सीजन सिलेंडर मामला --- -कोरोना की दूसरी लहर में जिस स्वास्थ्य विभाग पर था आक्सीजन की पल-पल रिपोर्ट रखने का दारोम्दार, उसी के अस्पताल से सिलेंडर हुए गायब

-एलएनजेपी अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को भेजी शिकायत में भी नहीं लिखा है प्रभार संभालने वाले अधिकारी का

-कर्मचारी बोले-कैंटर में चढ़ाने और उतारने तक की जिम्मेदारी ही थी उनकी, फिर भी किया जा रहा प्रताड़ित जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : एलएनजेपी अस्पताल से 60 सिलेंडर गायब होने के मामले में बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। जिस स्वास्थ्य विभाग के ऊपर कोरोना काल में निजी अस्पतालों में आक्सीजन से जुड़ी पल-पल की रिपोर्ट रखने का दारोमदार था। उसी स्वास्थ्य विभाग के अपने मुख्य अस्पताल से आक्सीजन के सिलेंडर गायब हो गए। मगर चिता की बात तो यह है कि इसकी जिम्मेदारी लेने के नाम पर कोई सामने नहीं आ रहा है। यहां तक कि एलएनजेपी अस्पताल प्रशासन ने भी पुलिस थाना को जो शिकायत भेजी है वह भी गोल-मोल है। उसमें भी आक्सीजन सिलेंडर का प्रभार संभालने वाले अधिकारी का नाम नहीं है। ऐसे में पुलिस भी तफ्तीश शुरू नहीं कर पा रही है। यानी जिस स्वास्थ्य विभाग पर जिले भर में आक्सीजन का रिकार्ड रखने की जिम्मेदारी थी या तो उसके अपने अस्पताल में किसी को इसकी जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई या फिर अस्पताल प्रशासन उस अधिकारी को सामने लाने से बचा रहा है। ऐसे में सीधे-सीधे इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की चूक सामने आ रही है।

कच्चे कर्मचारियों के सिर फोड़ा जा रहा ठीकरा

कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि थाना से उनके पास फोन आ रहे हैं और उन्हें यह बार-बार यह कहा जा रहा है कि आक्सीजन सिलेंडर जहां भी है वे दे दें। कर्मचारियों ने बताया कि उनका काम तो सिर्फ कैंटर में सिलेंडर चढ़ाने और उतारने का था। न तो वे आक्सीजन भरने वाली कंपनी के संपर्क में हैं और न ही उन्हें इसके बारे में कुछ मालूम है। इस मामले में वही बता सकता है जिसके पास आक्सीजन भरवाने की जिम्मेदारी थी। उन्हें तो कभी कहा भी नहीं गया कि सिलेंडर गिनने की जिम्मेदारी भी उनकी है। कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें चोर साबित करने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि जिम्मेदार अधिकारी इससे अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे वे मानसिक प्रताड़ित हो रहे हैं।

अधिकारी का नाम नहीं है शिकायत में : मांगेराम

केयूके थाना प्रभारी मांगेराम ने कहा कि इस मामले में अस्पताल प्रशासन अपने स्तर पर जांच करा रहा है। अस्पताल प्रशासन की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल प्रशासन ने जो शिकायत भेजी है उसमें आक्सीजन सिलेंडर के जिम्मेदार अधिकारी का नाम नहीं है।

अस्पताल प्रशासन भी कर रहा है जांच : एमएस

एलएनजेपी अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डा. साराह अग्रवाल ने कहा कि अगर पुलिस को कुछ पूछताछ करनी है तो अस्पताल प्रशासन से बात कर सकती है। अस्पताल प्रशासन अपने स्तर पर भी मामले की जांच कर रहा है। शिकायत में किसी भी कर्मचारी को चोर नहीं लिखा गया है।

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