सीजीआरएफ की बैठक में चेयरमैन के सामने आई तीन शिकायतें, एक हुई दर्ज, एक को निपटने के निर्देश, तीसरी वापस
बिजली उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम (सीजीआरएफ) की सितंबर माह की बैठक में भी केवल तीन ही शिकायतें पहुंची। फोरम सुबह 10 बजे से सायं चार बजे तक उपभोक्ताओं के आने का इंतजार करते रहे मगर उपभोक्ता नहीं पहुंचे।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : बिजली उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम (सीजीआरएफ) की सितंबर माह की बैठक में भी केवल तीन ही शिकायतें पहुंची। फोरम सुबह 10 बजे से सायं चार बजे तक उपभोक्ताओं के आने का इंतजार करते रहे, मगर उपभोक्ता नहीं पहुंचे। इससे यही झलक रहा है कि जिले में बिजली निगम से उपभोक्ताओं को या तो कोई शिकायत ही नहीं है, अगर है तो वे फोरम तक आना ही नहीं चाहते। फोरम के चेयरमैन आरके शर्मा के पास तीन शिकायतों में दो शिकायतें बिजली बिल से संबंधित आई, जबकि एक शिकायत पहले ही बिजली निगम की विजिलेंस के पास होने के कारण उसे वापस कर दिया गया।
मीटर बदलवाया तो बिल 70 हजार रुपये
फोरम के समक्ष शिकायत लेकर पहुंचे गांव घराड़सी के रामकिशन ने बताया कि उसका बिजली का बिल तीन हजार रुपये आता था। उसका मीटर खराब हो गया तो बिल 10 हजार रुपये आने लगा है। अब 70 हजार रुपये बिल आ गया है। ऐसे में अब अधिकारी उसकी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। फोरम के चेयरमैन आरके शर्मा ने संबंधित एसडीओ को मामले को निपटाने के निर्देश दिए।
एक लाख 10 हजार रुपये भेजा बिल
लक्ष्मी भट्टा कंपनी के संचालक ने सुरेश कुमार ने फोरम के समक्ष शिकायत दी कि उन्होंने एक लाख 10 हजार रुपये पेनाल्टी जमा कराई थी। उन्होंने 15 से 30 किलोवाट लोड बढ़वाया था और निगम के पास लगभग 52 हजार रुपये जमा कराए थे। उसकी फिक्स चार्ज की पैनाल्टी व सब्सिडी दी जाए। फोरम के चेयरमैन आरके शर्मा ने उपभोक्ता की शिकायत को एडमिट कर संबंधित एसडीओ को पूरी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। निगम ने छापा मार किया था जुर्माना
शाहाबाद निवासी राजकुमार ने फोरम के समक्ष अगस्त 2020 में निगम ने उसकी दुकान पर छापा मारा था। उसका बिजली का मीटर पहले ही उतारा हुआ था, जिस कारण उसने तार लगाई हुई थी। इस मामले में टीम ने उस पर गलत कार्रवाई करते हुए 82 हजार रुपये जुर्माना डाल दिया। इस मामले की शिकायत बिजली निगम के विजिलेंस कार्यालय में दी गई है। फोरम के चेयरमैन आरके शर्मा ने कहा कि मामले की पहले ही शिकायत विजिलेंस के पास है, इसलिए फोरम इस मामले की सुनवाई नहीं कर सकती। यह मामला विजिलेंस कार्यालय ही संभालेगा। वहीं उपभोक्ता का कहना था कि जिन अधिकारियों ने उसके साथ ज्यादती की है, वे उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे।
वर्जन :
सीजीआरएफ के चेयरमैन आरके शर्मा ने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई होगी। उपभोक्ताओं की समस्याओं के समाधान के लिए फोरम का गठन किया गया। अगर किसी उपभोक्ता की अधिकारी बात नहीं सुनता तो वे फोरम में आएं।