एक क्लिक से मिलेगी जानकारी, वेरिफिकेशन होगी आसान : कुलपति

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूजीसी मानव संसाधन विकास केंद्र व परीक्षा शाखा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित नैड जागरूकता विषय पर विश्वविद्यालय के आरके सदन में बृहस्पतिवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यातिथि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कैलाश चंद्र शर्मा ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को एक छात्र केंद्रित संस्थान के रूप में विकसित करने के लिए सारे रिकार्ड के डिजिटलाइजेशन करना एक महत्वपूर्ण कदम है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Mar 2019 07:47 AM (IST) Updated:Fri, 01 Mar 2019 07:47 AM (IST)
एक क्लिक से मिलेगी जानकारी, वेरिफिकेशन होगी आसान : कुलपति
एक क्लिक से मिलेगी जानकारी, वेरिफिकेशन होगी आसान : कुलपति

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूजीसी मानव संसाधन विकास केंद्र व परीक्षा शाखा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित नैड जागरूकता विषय पर विश्वविद्यालय के आरके सदन में बृहस्पतिवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यातिथि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कैलाश चंद्र शर्मा ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को एक छात्र केंद्रित संस्थान के रूप में विकसित करने के लिए सारे रिकार्ड के डिजिटलाइजेशन करना एक महत्वपूर्ण कदम है। इस दिशा में नेशनल एकेडमिक डिपोजिटरी (नैड) एक महत्वपूर्ण कड़ी है। छात्रों के रिकार्ड क्षण भर में देखकर उसकी वेरिफिकेशन की जा सकेगी। इस दिशा में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने लाखों विद्यार्थियों का परीक्षा संबंधी डाटा आनलाइन किया जा चुका है। छात्रों को इस कदम से विशेष रूप से सुविधा होगी।

इस अवसर पर विशेष व्याख्यान में विद्या अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के राष्ट्रीय सचिव डॉ. अवनीश भटनागर, ने भारत में उच्च शिक्षा की चुनौतियां विषय पर जोर दिया।

इस अवसर पर निदेशक यूजीसी एचआरडीसी प्रो.नीरा वर्मा ने अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए दिनभर की गतिविधियों की रुपरेखा तैयार की। दोपहर बाद के सत्र में परीक्षा नियंत्रक डॉ. हुकम सिंह ने हाल के वर्षों में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में किए गए नैड और परीक्षा सुधारों पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। परीक्षा परिणाम घोषित करने की दिशा में उनके प्रयासों को स्वीकार किया गया। इस मौके पर एनएसडीएल से हिमानी ने नैड पर एक प्रस्तुति दी। कुलपति द्वारा इस अवसर पर ऑनलाइन आवेदन पत्र, शुल्क और डुप्लीकेट डीएमसी, डिग्री, प्रतिलेख, सत्यापन आदि प्रस्तुत करने के लिए एक सॉफ्टवेयर लांच किया गया था। डीन अकादमिक मामले प्रो. मंजुला चौधरी और डीन डॉ.आरके शर्मा भी उपस्थित थे। नैड के साथ पंजीकरण पर छात्रों को प्रशिक्षण देने वाला एक समवर्ती सत्र यूआइईटी के कंप्यूटर लैब में किया गया था।

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