अधिकारी-कर्मचारी होंगे सुशासन दिवस पर होगे सम्मानित : मुकुल

प्रदेश सरकार 25 दिसंबर को सुशासन दिवस की पूर्व संध्या पर 2021 में सुशासन से संबंधित सराहनीय व अनूठे कार्य करने वाले कर्मचारियों को सुशासन पुरस्कार प्रदान करेगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Nov 2021 11:30 PM (IST) Updated:Sat, 20 Nov 2021 11:30 PM (IST)
अधिकारी-कर्मचारी होंगे सुशासन दिवस पर होगे सम्मानित : मुकुल
अधिकारी-कर्मचारी होंगे सुशासन दिवस पर होगे सम्मानित : मुकुल

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्रदेश सरकार 25 दिसंबर को सुशासन दिवस की पूर्व संध्या पर 2021 में सुशासन से संबंधित सराहनीय व अनूठे कार्य करने वाले कर्मचारियों को सुशासन पुरस्कार प्रदान करेगी। ये पुरस्कार आर्थिक, सामाजिक, बुनियादी ढांचा क्षेत्रों और राज्य के प्रमुख फ्लैगशिप कार्यक्रमों के लिए दिए जाएंगे। अधिकतम दस राज्य स्तरीय पुरस्कार और प्रत्येक जिले के लिए तीन जिला स्तरीय पुरस्कार दिए जाएंगे।

इसकी जानकारी डीसी मुकुल कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों और आइएएस अधिकारियों को छोड़कर सभी पात्र कर्मचारी (नियमित या अनुबंध) 22 नवंबर तक अपने संबंधित विभागाध्यक्षों के माध्यम से आवेदन कर सकते है। विभागाध्यक्ष संबंधित प्रशासनिक सचिवों को आवेदन प्रेषित करेंगे, जो परियोजनाओं, कार्यक्रमों, योजनाओं को चुनकर पोर्टल के माध्यम से पुरस्कार के लिए नामित करेंगे। प्रशासनिक सचिवों की ओर से प्राप्त आवेदनों की जांच और मूल्यांकन एक्सटर्नल एक्सपर्ट इंस्टीट्यूशन के माध्यम से की जाएगी। जिसके बाद प्रदेश के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में अधिकार-प्राप्त समिति विजेताओं के नाम पर अंतिम निर्णय देगी। सभी विजेताओं को एक ट्राफी, मुख्यमंत्री की ओर से हस्ताक्षरित एक पुरस्कार प्रमाण पत्र, मुख्य सचिव की ओर से हस्ताक्षरित एक प्रशंसा प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार दिया जाएगा।

डीएलएसए ने बालिका शिक्षा पर किया जागरूक

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) ने बालिका शिक्षा विषय पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व पर्यवेक्षकों का एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।

डीएलएसए के सचिव एवं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) दुष्यंत चौधरी ने बताया कि डीएलएसए की ओर से बालिका शिक्षा विषय पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व पर्यवेक्षकों का एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन तृप्ता देवी ने कहा कि शिक्षा जीवन जीने का एक अनिवार्य हिस्सा है। चाहे वह लड़का हो या लड़की हो। शिक्षा महिलाओं को जीवन के मार्ग को चुनने का अधिकार देने का पहला कदम है। जिस पर वह आगे बढ़ती है। एक शिक्षित महिला में कौशल, सूचना, प्रतिभा और आत्मविश्वास होता है, जो उसे एक बेहतर मां, कर्मचारी और देश का निवासी बनाती है।

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