नपा के कार्यो का टेंडर देने में भारी गोलमाल

शाहाबाद नपा द्वारा विकास को लेकर दिए गए टेंडरों भारी गोलमाल किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Sep 2018 01:12 AM (IST) Updated:Sat, 22 Sep 2018 01:12 AM (IST)
नपा के कार्यो का टेंडर देने में भारी गोलमाल
नपा के कार्यो का टेंडर देने में भारी गोलमाल

संवाद सहयोगी, शाहाबाद : शाहाबाद नपा द्वारा विकास को लेकर दिए गए टेंडरों भारी गोलमाल किया गया है। इसका खुलासा आरटीआइ के तहत मांगी गई जानकारी से हुआ है। आरटीआइ कार्यकर्ता ने मुख्य सचिव को लिखे पत्र में मांग की है कि इसकी जांच विजीलेंस से कराई जाए। उन्होंने कहा कि जांच कराई जाती है तो नगर पालिका के पदाधिकारियों से लेकर अधिकारियों का बड़ा गोलमाल सामने आ सकता है।

महिला पार्षद के बेटे के नाम दे दिया ठेका

नगर पालिका का पत्र क्रमांक 1280/एमसीएस दिनांक 28 अगस्त 2018 के तहत प्राप्त हुए तथ्यों की पड़ताल की गई तो निम्न लिखित बिंदू सामने आए, जिनमें टेंडरों के संबंध में विज्ञापन प्रकाशित न करवाना भी शामिल है। जानकारी में कहा गया कि इस संबंध में केवल पब्लिक रिलेशन अधिकारी को लिखा गया है जिससे स्पष्ट होता है कि किसी भी अखबार में इस बाबत विज्ञापन प्रकाशित नहीं हुआ है। आरटीआइ में मिली जानकारी के अनुसार नियमों के खिलाफ पार्षद के बेटे को टेंडर दिया गया है। म्यूनिसिपल इलेक्शन रूल्स 1978 क्लाज 21(सी) के अनुसार कोई भी पार्षद अपने सगे संबंधी के नाम से टेंडर नहीं ले सकता। सूचना में पाया गया की टेंडर मे निर्माण कार्य नंबर 3, 18,19, 21, को भारत कंस्ट्रक्शन के नाम से दे दिए गए है, जो कि एक महिला पार्षद का बेटा है। इसी तरह की कई और गड़बड़ियां पाई गई हैं जो अधिकारियों की कार्यशैली पर सीधे सवाल खड़ी करती हैं।

टेंडर भरने का लगभग सभी ठेकेदारों का समय एक

आरटी कार्यकर्ता राकेश बैंस ने कहा कि उनकी शिकायत अनुसार टेंडर डालने से पहले नगरपालिका के प्रधान के कमरे में सभी ठेकेदारों की बैठक हुई। इसकी पुष्टि नपा शाहाबाद में लगे सीसीटीवी की उस दिन की फुटेज से भी की जा सकती है। आरटीआइ में मिली जानकारी अनुसार ठेकेदारों द्वारा भरे गए टेंडरों के समय से मिलान किया जा सकता है जिसमें लगभग सभी ठेकेदारों का बीड भरने का समय 11 जुलाई 3 बजे से 6 बजे तक है। लगभग सभी ठेकेदारों का समय एक है, जिससे स्पष्ट हो चुका है की प्रधान की मौजूदगी में मिलीभगत करके सभी टेंडर लिए गए हैं ।

बीड एकनॉलेजमेंट भी पूरी नहीं

राकेश बैंस ने बताया कि मिली जानकारी अनुसार कुल 24 बीड फार्म दिए गए जबकि पास किए गए रेटों में 24 कार्यो को पास किया गया है इस हिसाब से कम से कम 48 बीड एकनॉलेजमेंट होनी चाहिए थी जो कि सूचना में नहीं दी गई।

नपा प्रशासन ने रची सरकार को नुकसान पहंचाने की साजिश

शिकायत में कहा गया कि उन्होंने पहले ही खुलासा कर दिया था टेंडर डालने से पहले नगरपालिका के प्रधान के कमरे में सभी ठेकेदारों की बैठक हुई जिसमें सभी ने टेंडर आपस में बांट लिए गए। इसमें विस्तार से सभी ठेकेदारों के नाम दिए गए हैं। शिकायत में कहा गया कि जिन ठेकेदारों का नाम का खुलासा उन्होंने किया था वह टेंडर के बाद लगभग सही पाए गए है। शिकायत में कहा गया कि सभी टेंडरों में केवल दो ही ठेकेदारों द्वारा रेट भरे गए हैं और मात्र खानापूर्ति करके यह टेंडर भरे गए हैं जबकि यह स्वतंत्र रूप से भरे जाने चाहिए थे।

समय पर नहीं खुले टेंडर और नहीं दिया गया वर्क ऑर्डर

आरटीआइ कार्यकर्ता राकेश बैंस ने बताया कि टेंडर डालने की अंतिम तारीख 11 जुलाई 2018 थी और ठेकेदारों द्वारा कागजात जमा करवाने की तारीख 12 जुलाई 2018 को 11-00 बजे प्रात: तक थी। टेंडर की शर्त के अनुसार यह टेंडर 12 जुलाई को 2 बजे खुलने थे लेकिन यह टेंडर 24 जुलाई को खोले गए।

सबसे कम उम्र का ठेकेदार

आरटीआइ कार्यकर्ता राकेश बैंस ने कहा कि तथ्यों में सामने आया है की मुकल कंसल जिसकी जन्म तारीख 25 मार्च 1998 है ओर इसको विभाग ने 14 सितंबर 2016 को ठेकेदारी का लाइसेंस जारी कर दिया तब मुकल कंसल की उम्र मात्र 18 साल 5 महीने की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि एक नए व अनुभवहीन ठेकेदार पर भी नपा प्रशासन दयावान रहा है। इतनी छोटी उम्र में उसे निर्माण कार्यों का ठेका देना न.पा. प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाता है। राकेश बैंस ने आरोप लगाया कि संबंधित ठेकेदार के पिता भाजपा नेता हैं जिसका वह भरपूर फायदा उठा रहे हैं।

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