कोरोना के बढ़ते केसों ने उड़ाई मेडिकल अफसरों की नींद

कुरुक्षेत्र बढ़ते कोरोना मामलों ने सभी की नींद उड़ाई हुई है। कोरोना महामारी को रोकने के लिए सरकार व प्रशासन सहित कुछ समाजसेवी भी पूरा प्रयास कर रहे है लेकिन इसके बावजूद भी कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे है। मौजूदा हालात में जैसे-जैसे कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे है वैसे-वैसे मेडिकल सुविधाओं का भी अभाव होता जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 07:06 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 07:06 AM (IST)
कोरोना के बढ़ते केसों ने उड़ाई मेडिकल अफसरों की नींद
कोरोना के बढ़ते केसों ने उड़ाई मेडिकल अफसरों की नींद

संवाद सहयोगी, लाडवा : बढ़ते कोरोना मामलों ने सभी की नींद उड़ाई हुई है। कोरोना महामारी को रोकने के लिए सरकार व प्रशासन सहित कुछ समाजसेवी भी पूरा प्रयास कर रहे है, लेकिन इसके बावजूद भी कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे है। मौजूदा हालात में जैसे-जैसे कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे है वैसे-वैसे मेडिकल सुविधाओं का भी अभाव होता जा रहा है।

लाडवा या आसपास के क्षेत्र में कहीं पर भी ऐसी सुविधा नहीं हैं कि कोरोना पीड़ित मरीज को दाखिल किया जा सके। कहने को तो लाडवा का सरकारी अस्पताल भी 25 से 30 बेड की कैपेसिटी का है, जहां केवल मरीज को रेफर किया जा रहा है। इनेलो राज में बनाया गया यह अस्पताल आज तक अपडेट नहीं हो पाया, जिसके कारण लोगों को निजी अस्पतालों में महंगे दामों पर मजबूरन इलाज करवाना पड़ रहा है। प्रशासन की तरफ से लाडवा के एक मात्र निजी अस्पताल को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। लेकिन वहां पर भी बैंड व अक्सर सुविधाओं का अभाव बना रहता है, जिसके कारण मरीजों को लाडवा से बाहर जाकर ही अपना इलाज करवाना पड़ता है। लाडवा व क्षेत्र वासियों की मांग है कि बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए लाडवा में भी अस्थाई रूप से एक कोविड अस्पताल बनाया जाना चाहिए। जहां पर लोगों को प्राथमिक और आपातकालीन चिकित्सा संबंधी सुविधाएं मिल सके।

प्रशासन की ओर से खास प्रबंध नहीं : गुप्ता

रोटी बैंक लाडवा के प्रोजेक्ट डायरेक्टर आयुष गुप्ता ने बताया कि लाडवा में कोविड-19 के लिए प्रशासन की तरफ से कोई खास प्रबंध नहीं है। जिससे लोगों को मजबूरन दूसरे स्थानों पर धक्के खाने पड़ रहे है। लाडवा में एक अस्थाई अस्पताल की जरूरत है, जोकि प्रशासन की देख-रेख में चलाया जाए और जहां पर हर प्रकार की प्राथमिक व मेडिकल की सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए।

वर्जन :

लाडवा में इमरजेंसी के लिए छह बेड का एक वार्ड रूम बनाया गया है। सभी बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था है। एक निजी अस्पताल में भी कोविड़ केयर सेंटर बनाया गया है। जिसमें कोरोना पॉजीटिव मरीजों के लिए बेड की व्यवस्था है। अस्पताल में इमरजेंसी के लिए एक वेंटिलेटर भी उपलब्ध है। लाडवा में इस समय 118 कोरोना पॉजीटिव केस हैं। इनको होम आइसोलेट किया गया है।

डा. अंजली वैद्य, मुख्य चिकित्सक, सीएचसी, लाडवा।

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