फैंसी ड्रैस प्रतियोगिता में मयंक और रूद्र शर्मा रहे प्रथम

बाल भवन पब्लिक स्कूल की प्राचार्या स्वाति पाहवा ने बताया कि जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित बाल भवन पब्लिक स्कूल में फैंसी ड्रैस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में नर्सरी से पांचवीं से कक्षा तक के विद्याíथयों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Nov 2019 08:10 AM (IST) Updated:Sun, 17 Nov 2019 08:10 AM (IST)
फैंसी ड्रैस प्रतियोगिता में मयंक और रूद्र शर्मा रहे प्रथम
फैंसी ड्रैस प्रतियोगिता में मयंक और रूद्र शर्मा रहे प्रथम

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: बाल भवन पब्लिक स्कूल की प्राचार्या स्वाति पाहवा ने बताया कि जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित बाल भवन पब्लिक स्कूल में फैंसी ड्रैस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में नर्सरी से पांचवीं से कक्षा तक के विद्याíथयों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में नर्सरी कक्षा में मानवी प्रथम, साहिबप्रीत सिंह द्वितीय, तेजस सिंह तृतीय स्थान पर रहे, केजी कक्षा के रीदान प्रथम, जीया द्वितीय व अभिनव, युक्ति तृतीय स्थान पर रहे। पहली कक्षा में आरना प्रथम, आरव द्वितीय तथा प्रियांशी, मोहिशा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। दूसरी कक्षा में खुश जांगड़ा प्रथम, शिव अरोड़ा द्वितीय व यशवी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

तीसरी कक्षा में रिशिमा प्रथम, लिवेश द्वितीय व आदित्य तृतीय स्थान पर रहे, चौथी व पांचवीं कक्षा में मंयक, रूद्र शर्मा, लक्षिका, प्रिशा, अमित व दिवांशु अव्वल रहे। उन्होंने स्कूली विद्याíथयों को पर्यावरण, जल संरक्षण, प्रदूषण की समस्या के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि रोजमर्रा के जीवन में हमें अपने बच्चों को साफ-सफाई के महत्व और इसके उद्देश्य को सिखाना चाहिए। अच्छा स्वास्थ्य किसी के जीवन को बेहतर बना सकता है और वह हमें बेहतर तरीके से सोचने और समझने की ताकत प्रदान करता है और अच्छे स्वास्थ्य का मूल मंत्र स्वच्छता है। यह एक ऐसा व्यापक विषय है, जो हर क्षेत्र के लिए उपयोगी है। उन्होंने बताया कि स्वच्छता हर एक की पहली और प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए। बचपन सभी के जीवन का सबसे अच्छा समय होता है, जिसके दौरान स्वच्छता संबंधी आचरण जैसे चलना, बोलना, दौड़ना, पढ़ना खाना आदि अभिभावकों के सही निगरानी में हो तो बच्चों में शुरु से स्वच्छता का बीजारोपण किया जा सकता है। इसकी शुरुआत घरों, स्कूलों, कालेजों, समुदायों, कार्यालयों, संस्थानों से हो जिससे कि देश में व्यापक स्तर पर स्वच्छ भारत क्रांति के रुप में फैले। हमें खुद को, अपने घर, अपने आसपास, समाज, समुदाय, शहर, उद्यान और पर्यावरण आदि को रोज साफ रखने की जरूरत है।

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