मैनू नचना श्याम दे नाल पर झूमे भक्त
श्री दुर्गा देवी मंदिर में पिपली निवासियों के सहयोग से भगवती जागरण आश्विन मास की त्रयोदशी नवरात्र पर हुआ। भगवती जागरण में मां का गुणगान किया। भजन गायकों ने कंठ करो प्रवेश मां शारदे मैनू नचना श्याम दे नाल रंग बरसे भेंट गाकर मंत्रमुग्ध कर दिया।
संवाद सहयोगी, पिपली : श्री दुर्गा देवी मंदिर में पिपली निवासियों के सहयोग से भगवती जागरण आश्विन मास की त्रयोदशी नवरात्र पर हुआ। भगवती जागरण में मां का गुणगान किया। भजन गायकों ने कंठ करो प्रवेश मां शारदे ,मैनू नचना श्याम दे नाल ,रंग बरसे भेंट गाकर मंत्रमुग्ध कर दिया। मुख्य यजमान समाजसेवी सुशील तलवाड़ ,संगीता तलवाड़ ,अमन , मिष्टी और हंसराज तलवाड़ ने सपरिवार भगवान श्री गणेश पूजन और नवग्रह पूजन किया और मां ज्वाला की ज्योति प्रज्ज्वलित की । श्री दुर्गा देवी मंदिर की ओर से मुख्य यजमान सुशील तलवाड़ और श्रवण राज भजन गायक को लाल चुनरी और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। चौदस नवरात्र पर मंदिर में भक्तों ने हवन किया और भंडारा लगाया।
मंदिर के अध्यक्ष व मां दुर्गा चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन डा. सुरेश मिश्रा ने बताया कि 31 दिसंबर 1963 को दुर्गा देवी मंदिर की स्थापना उनके पिता स्वर्गीय पंडित शेषमणि मिश्रा ने समस्त पिपली के भक्तों के साथ मिलकर कराई थी। उसी समय से नवरात्र में चैत्र और आश्विन मास की त्रयोदशी को भगवती जागरण, चौदस नवरात्र पर हवन व भंडारा प्रारंभ हुआ था। मंदिर की ओर से उसी परंपरा को निभाया जा रहा है। श्री दुर्गा देवी मंदिर के पुजारी पंडित राहुल मिश्रा, निखिल मोद्गिल व शुभम मिश्रा ने वैदिक मंत्रों से पूजा-अर्चना कराई। प्रथम नवरात्र से चौदस नवरात्र तक प्रतिदिन समस्त विश्व कल्याण के लिए मां दुर्गा का संकीर्तन और श्री दुर्गा चालीसा पाठ हुआ।
इस मौके पर अनु सूद, उषा शर्मा, मीनू गर्ग, सुमित्रा पाहवा, निशा, अनु पाहवा, शिमला धीमान, निर्मला देवी, सुरेश मित्तल, राजकुमार गोयल, अनिल गोयल व केवल कृष्ण छाबड़ा उपस्थित रहे।