आगामी तीन दिनों तक बूंदा-बांदी का अनुमान

कई दिनों की तपती गर्मी के बाद शनिवार को लगातार दूसरे दिन आसमान में बादल छाए रहे। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। दोपहर बाद हल्की बूंदाबांदी होने से मौसम सुहावना हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 31 May 2020 08:25 AM (IST) Updated:Sun, 31 May 2020 08:25 AM (IST)
आगामी तीन दिनों तक बूंदा-बांदी का अनुमान
आगामी तीन दिनों तक बूंदा-बांदी का अनुमान

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कई दिनों की तपती गर्मी के बाद शनिवार को लगातार दूसरे दिन आसमान में बादल छाए रहे। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। दोपहर बाद हल्की बूंदाबांदी होने से मौसम सुहावना हो गया। आसमान में हल्के बादल छाए रहने पर शनिवार को अधिकतक तापमान 32 डिग्री रहा, जबकि न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विशेषज्ञों ने आने वाले तीन दिनों तक आसमान में बादल छाए रहने और बारिश होने की संभावना जताई है। इतना ही नहीं तीन दिनों तक अधिकतम तापमान भी अधिकतम तापमान भी 32 से 34 डिग्री तक रहने की उम्मीद जताई जा रही है। राहत दे रहा मौसम

नौतपा के चौथे दिन ही बृहस्पतिवार की रात को मौसम ने करवट ले ली थी। मौसम बदलते ही बृहस्पतिवार को हल्की बूंदाबादी हुई। इसके अगले दिन शुक्रवार को हुई बूंदाबांदी ने गर्मी से राहत दी। अब लगातार तीसरे दिन भी आसमान में हल्के बादल छाए रहे। दोपहर बाद हल्की बूंदाबांदी भी हुई। इससे शनिवार का अधिकतम तापमान 32 डिग्री पर ही ठहरा रहा। तेज हवा से धान की पौध को नुकसान

इन दिनों में धान की पौध बिजाई का काम जोरों पर चल रहा है। ऐसे में दिन भर चलने वाली तेज हवाओं से पौध को नुकसान हो रहा है। कई बार सुबह शाम तेज हवा चलने से धान की बीज एक कोने में इकट्ठा हो रहा है। शनिवार को भी 13 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चली। ऐसे में कई किसानों को दो-दो बार बिजाई करनी पड़ रही है। कृषि विशेषज्ञ डा. विनोद कुमार ने बताया कि धान का बीज हल्का होता है। तेज हवा चलने के कारण यह पानी के साथ एक कोने में एकत्रित हो जाता है। इसी बिजाई करते समय मौसम का साफ रहना जरूरी है।

कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. प्रद्युम्मन भटनागर ने कहा कि अगले तीन दिनों तक बारिश के आसार बन रहे हैं।

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