कुवि ने नई शिक्षा नीति के तहत तैयार किया संस्थागत विकास कार्यक्रम

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने नई शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के लिए रूपरेखा तैयार कर ली है। इसके लिए संस्थागत विकास कार्यक्रम 2022-2027 को अंतिम रूप दिया गया है। नई शिक्षा नीति को लेकर तैयार संस्थागत विकास कार्यक्रम की योजना को लेकर मंगलवार को कुलपति की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। इसके लागू होने के बाद भारत विश्व पटल पर और अधिक मजबूरी से उभरेगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 06:20 PM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 06:20 PM (IST)
कुवि ने नई शिक्षा नीति के तहत तैयार किया संस्थागत विकास कार्यक्रम
कुवि ने नई शिक्षा नीति के तहत तैयार किया संस्थागत विकास कार्यक्रम

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने नई शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के लिए रूपरेखा तैयार कर ली है। इसके लिए संस्थागत विकास कार्यक्रम 2022-2027 को अंतिम रूप दिया गया है। नई शिक्षा नीति को लेकर तैयार संस्थागत विकास कार्यक्रम की योजना को लेकर मंगलवार को कुलपति की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। इसके लागू होने के बाद भारत विश्व पटल पर और अधिक मजबूरी से उभरेगा।

कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगी। भारत विश्व का पहला ऐसा देश होगा जो शिक्षा के क्षेत्र में नई नीति से आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा कर रोजगार की नई संभावनाओं के अवसर पैदा करेगा। प्रदेश का पहला ए-प्लस ग्रेड विश्वविद्यालय बनने के बाद विवि विद्यार्थी केंद्रीत, शोध आधारित उत्कृष्ट संस्थान का स्थान प्राप्त करने की ओर बढ़ रहा है।

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नए प्रयास होंगे शुरू

कुलपति ने बताया कि नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत 2022 से स्नातक स्तर के ऑन कैंपस पाठ्यक्रमों के लिए मल्टीपल एंट्री-एग्जिट प्रणाली प्रस्तावित किया गया है। इसमें सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, बेचलर एवं बेचलर विद आनर्स सर्टिफिकेशन शामिल हैं। विवि के स्नातकोत्तर कोर्सिज को भी संशोधित प्रारूप में स्नातक पास करने वाले विद्यार्थियों के लिए अनुकूल बनाया जाएगा। इसके साथ ही डाक्टरेट पाठ्यक्रमों में नई शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक संशोधन तय समय में किए जाएंगे। लर्निंग को बढ़ाने के लिए पाठ्यक्रम के साथ इंटर्नशिप एवं वर्क इंटिग्रेशन को जोड़ा जाएगा। इसके साथ उद्योग एकीकृत कोर्सिज के लिए विभिन्न निकायों एवं इंडस्ट्रीज के साथ एमओयू व टाईअप किया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा हो सकें।

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आपसी तालमेल से तैयार की योजना

कुवि की डीन अकेडमिक अफेयर्स प्रो. मंजुला चौधरी ने कहा कि कुवि नई शिक्षा नीति 2020 के तहत व्यावसायिक उद्योग, सरकारी और गैर-सरकारी संगठन के साथ मिलकर सामाजिक आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सामंजस्य स्थापित करेगा। सामाजिक रूप से प्रासंगिक अनुसंधान को बढ़ावा दिया जाएगा। अच्छे शोध प्रकाशनों, शोध पेटेंट, अनुसंधान परियोजनाओं और परामर्श के माध्यम से अनुसंधान की संस्कृति को और मजबूत करने के प्रयास किए जाएंगे। शिक्षण में नवीनतम तकनीक तथा मॉड्यूलर दृष्टिकोण के लिए अकादमिक बैंक क्रेडिट स्थापित किया जाएगा। परीक्षा और मूल्यांकन संबंधित पाठ्यक्रमों के प्रारूप के अनुसार क्लास रूम शिक्षण, यूनिवर्सिटी प्लेटफार्म, इंटर्नशिप और अन्य से माध्यम से अर्जित क्रेडिट को मान्यता प्रदान की जाएगी।

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