धान की सीधी बिजाई कर कमाएं अधिक मुनाफा
जागरण संवाददाता कुरुक्षेत्र धान की सीधी बिजाई कर किसान दोहरा फायदा उठा सकते हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : धान की सीधी बिजाई कर किसान दोहरा फायदा उठा सकते हैं। खेत में डायरेक्ट सीडेड राइस (डीएसआर) विधि यानी धान की सीधी बिजाई से किसान पानी और धान रोपाई में आने वाले खर्च को बचाने के साथ अच्छी पैदावार लेकर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं। यह विधि किसानों को मुनाफा देने के साथ जल संरक्षण के क्षेत्र में भी बेहतर है। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक किसानों को इसी विधि से धान की बिजाई को लेकर जागरूक करने के लिए आगे आए हैं। हालांकि इसके फायदों का पता चलने पर जिले के किसान भी इस विधि को अपना रहे हैं। जिले में अब धान की सीधी बिजाई का रकबा करीब 10 हजार एकड़ को पार कर गया है।
गौरतलब है कि कृषि क्षेत्र में धान की खेती में ही सबसे ज्यादा पानी की खपत होती है। कृषि वैज्ञानिक पानी इस खपत को कम करने के लिए नई-नई विधि पर काम कर रहे हैं। इन्हीं में से एक विधि बगैर पानी के खेत में धान की सीधी बिजाई करने की है। इस विधि में किसान खेत में गेहूं काटने के बाद इसे सीधे ही धान की बिजाई के लिए तैयार कर देता है। बगैर पानी के खेत में बिजाई के बाद केवल सिचाई के लिए ही पानी लगाना होता है, जबकि परंपरागत विधि में धान को पानी के खेत में ही रोपित किया जाता है। इसके साथ ही लंबे समय तक खेत में पानी खड़ा रखना पड़ता है।
सीधी बिजाई में खर्च भी कम
धान की सीधी बिजाई में किसान को लागत में भी बचत होती है। इसके लिए किसान को सूखे खेत की ही जुताई करनी पड़ती है। जबकि परंपरागत धान रोपाई करने में पहले सूखे में खेत की जुताई करने के बाद इसे दोबारा पानी देने के बाद भी रोपाई के लिए तैयार करना पड़ता है। इससे किसान को दोहरा खर्च करना पड़ता है।
वर्जन :
डीएसआर विधि किसानों के लिए फायदेमंद हैं। किसानों को इसके फायदों के बारे में बताया जाएगा। उन्हें डेमो दिखाने के साथ-साथ अलग-अलग वीडियो के माध्यम से इसके फायदों की जानकारी दी जाएगी। जागरूक होकर किसान भी इस विधि को अपना रहे हैं।
डा. प्रद्युम्मन भटनागर
वरिष्ठ संयोजक, कृषि विज्ञान केंद्र