योग विश्व को भारत की महत्वपूर्ण देन : गागट

हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की ओर शनिवार को ब्रह्मासरोवर स्थित मेडिटेशन हॉल में जिला स्तरीय योग आयोजन हुआ। प्रतियोगिता में जिले के पांचों खंडों के लगभग 100 विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में शामिल हुए विद्याíथयों ने योग आसन की कठिन से कठिन मुद्राएं बड़ी सहजता से प्रस्तुत की।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Nov 2019 07:40 AM (IST) Updated:Sun, 17 Nov 2019 07:40 AM (IST)
योग विश्व को भारत की महत्वपूर्ण देन : गागट
योग विश्व को भारत की महत्वपूर्ण देन : गागट

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की ओर शनिवार को ब्रह्मासरोवर स्थित मेडिटेशन हॉल में जिला स्तरीय योग आयोजन हुआ। प्रतियोगिता में जिले के पांचों खंडों के लगभग 100 विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में शामिल हुए विद्याíथयों ने योग आसन की कठिन से कठिन मुद्राएं बड़ी सहजता से प्रस्तुत की। प्रत्येक विद्यार्थी ने छह आसन, दो प्राणायाम व दो क्रियाओं का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता चार वर्गों में संपन्न हुई। जिसमें कक्षा 6 से 8 व कक्षा नौ-दस के लड़कों में लड़कियों के वर्ग शामिल थे। प्रतियोगिताओं का आयोजन समग्र शिक्षा के जिला परियोजना समन्वयक रामदिया गागट व एपीसी संजय कौशिक की देखरेख में संपन्न हुआ। योग मुद्रा के सही परिणाम हेतु जिला के प्रसिद्ध योग विशेषज्ञ निर्णायक के रूप में उपस्थित रहे। निर्णायक मंडल में भारतीय योग संस्थान के डॉ. ओम प्रकाश, डॉ निरुपमा भट्टी, कुलवंत व डिपल शामिल थे। प्रतियोगिता का उद्घाटन डीपीसी रामदिया गागट ने किया और समापन अवसर पर विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए। एपीसी संजय कौशिक ने बताया कि कक्षा 6 से 8 वर्ग में थानेसर के कैश ने पहला, शाहाबाद के प्रियांशु दूसरा और शाहबाद के ही मनदीप ने तीसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि इसी वर्ग की लड़कियों की स्पर्धा में थानेसर की महक ने पहला लाडवा की आयुषी ने दूसरा और लाडवा की ही नीरज ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कक्षा 9 से 10 की श्रेणी की लड़कियों की स्पर्धा में लाडवा की पूजा व पायल ने क्रमश पहला व दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि बाबैन की महक तीसरे स्थान पर रही। इसी वर्ग की लड़कों की स्पर्धा में बाबैन के इंद्रजीत सिंह ने पहला, शाहाबाद के गुरप्रीत ने दूसरा और बाबैन के आदित्य ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।डीपीसी रामदिया गागट ने कहा कि योग पूरे विश्व को भारत की एक अनुपम देन है। भारतीय ऋषि मनीषियों ने वर्षों के शोध व अभ्यास से योग को विकसित किया। इस अवसर पर एपीसी सतबीर कौशिक, एपीसी डॉ. सुनील कौशिक, मुख्याध्यापक दिनेश शर्मा, राम कर्ण, बलवान शर्मा, पवन शर्मा, धनपत सिंह, डॉ. राम मेहर अत्रि उपस्थित थे।

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