नई शिक्षा नीति में अपनी भाषा में सीखने का मिलेगा अवसर : सचदेवा

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद शिक्षा के क्षेत्र में कई तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे। इन बदलावों पर असर समाज पर भी नजर आएगा। युवा पीढ़ी शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 11:33 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 11:33 PM (IST)
नई शिक्षा नीति में अपनी भाषा में सीखने का मिलेगा अवसर : सचदेवा
नई शिक्षा नीति में अपनी भाषा में सीखने का मिलेगा अवसर : सचदेवा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद शिक्षा के क्षेत्र में कई तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे। इन बदलावों पर असर समाज पर भी नजर आएगा। युवा पीढ़ी शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगी। उन्होंने यह बात शनिवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय एवं शिक्षा मंत्रालय के वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित समूह बैठक के समापन में कही।

उन्होंने कहा कि गणित की मूलभूत शब्दावली बनाने में यह कार्यशाला अति लाभकारी सिद्ध होगी। राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं कि विद्यार्थियों को साइंस और इंजीनियरिग जैसे विषय भी अपनी भाषा में पढ़ने व पढ़ाने का मौका मिले। कुवि भी इस की तैयारी में अपनी सशक्त भूमिका निभाने के लिए संकल्पित है। कुवि के गणित विभाग के अध्यक्ष एवं कार्यशाला के आयोजक प्रो. अनिल वशिष्ठ ने बताया की गणित विषय की मूलभूत शब्दावली बनाने का कार्य वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग की ओर से किया जा रहा है। इसके लिए यह कार्यशाला गणित विभाग की ओर से 21 से 25 सितंबर तक आयोजित की गई। हिदी दिवस पखवाड़ा में यह कार्यशाला अंग्रेजी हिदी शब्दावली बनाने के लिए आयोजित की गई। इसमें सात विषय विशेषज्ञों ने सहभागिता की। उनमें जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी, दिल्ली से डा. गजेंद्र सिंह, वैज्ञानिक तकनीकी शब्दावली आयोग से डा. विजय राज सिंह शेखावत, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के डा. अमित कुमार, प्रो. रामकरण, प्रो. रजनीश कुमार व दलबीर सिंह ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर कई वर्षो से चल रहा यह कार्य कुवि में संपूर्ण हो रहा है। भविष्य में इस शब्दावली से गणित विषय में पुस्तकें तथा शोधपत्र लिखने में बहुत ज्यादा सहायता मिलेगी और यह शब्दकोष बहुत ही व्यापक स्तर पर उपयोगी साबित होगी।

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