कहीं हल्की तो कहीं हुई तेज बारिश से किसान व आढ़तियों की नींद उड़ी

बदलते मौसम ने न केवल किसानों बल्कि आढ़तियों की नींद उड़ा दी। पूरा दिन आसमान में बादल छाए रहे। क्षेत्र में कहीं हल्की बूंदाबांदी तो कहीं-कहीं तेज बारिश भी हुई। लाडवा अनाज मंडी में वैसे तो धान खरीद व उठान का कार्य सुचारु रूप से चल रहा है लेकिन अभी भी मंडी में सवा दो लाख क्विंटल से अधिक खरीदी गई धान उठान के लिए पड़ी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 11:57 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 11:57 PM (IST)
कहीं हल्की तो कहीं हुई तेज बारिश से किसान व आढ़तियों की नींद उड़ी
कहीं हल्की तो कहीं हुई तेज बारिश से किसान व आढ़तियों की नींद उड़ी

फोटो संख्या : 16

संवाद सहयोगी, लाडवा : बदलते मौसम ने न केवल किसानों, बल्कि आढ़तियों की नींद उड़ा दी। पूरा दिन आसमान में बादल छाए रहे। क्षेत्र में कहीं हल्की बूंदाबांदी तो कहीं-कहीं तेज बारिश भी हुई। लाडवा अनाज मंडी में वैसे तो धान खरीद व उठान का कार्य सुचारु रूप से चल रहा है, लेकिन अभी भी मंडी में सवा दो लाख क्विंटल से अधिक खरीदी गई धान उठान के लिए पड़ी हुई है। मौसम के बदलते तेवर को देखते हुए रविवार को किसानों ने अपने वाहनों से धान को नीचे नहीं उतारा। न तो मंडी में धान उतारने के लिए पर्याप्त जगह है ऊपर से बरसात का मौसम हो रहा है। बरसात के मौसम के चलते किसानों के चेहरों में चिता की लकीरें साफ दिखाई दे रही है।

पौने 10 लाख क्विंटल धान पहुंचा मंडी में : संजय कुमार

मार्केट कमेटी के सुपरवाइजर संजय कुमार के अनुसार लाडवा मंडी में अब तक करीब पौने दस लाख क्विंटल धान आ चुकी है, जिसमें से करीब साढ़े 7 लाख क्विटल तक उठान हो चुका है। शनिवार तक 874731 क्विंटल धान आई थी, जबकि करीब 104048 क्विटल बारीक आ चुकी है। अब तक बारीक धान का उठान पूरा हो चुका है, जबकि परमल धान में से करीब साढ़े छह लाख क्विंटल धान का उठान हो चुका है। अभी भी मंडी में करीब सवा दो लाख क्विंटल से अधिक धान पड़ी हुई है। यहीं नहीं रविवार को मंडी में आई धान भी खुले आसमान के नीचे पड़ी हुई है।

तीनों एजेंसियां कर रही खरीद

लाडवा अनाज मंडी में तीन एजेंसियों ने धान की खरीद की गई है। मंडी सुपरवाइजर संजय कुमार के अनुसार मंडी में डीएफएससी ने करीब छह लाख 60 हजार क्विंटल से अधिक धान खरीदी गई। वहीं हेफैड ने करीब दो लाख क्विंटल से अधिक धान खरीदी। एफसीआइ ने अभी केवल दो हजार क्विंटल से भी 15 ंिक्वंटल कम धान खरीदी है। मंडी से साढ़े चार हजार क्विंटल से अधिक धान प्राइवेट खरीदी गई है।

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