धन से अधिक भजन और इंसानियत का महत्व : नरेश नाथ

गुरु गोरखनाथ धाम के योगी नरेश नाथ महाराज ने कहा कि जीवन में धन से अधिक भजन और इंसानियत का महत्व है। भजन और इंसानियत बड़े कर्म से मिलते हैं। दोनों के लिए तप करना पड़ता है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 06:05 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 06:05 PM (IST)
धन से अधिक भजन और इंसानियत का महत्व : नरेश नाथ
धन से अधिक भजन और इंसानियत का महत्व : नरेश नाथ

फोटो संख्या : 25

संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद :

गुरु गोरखनाथ धाम के योगी नरेश नाथ महाराज ने कहा कि जीवन में धन से अधिक भजन और इंसानियत का महत्व है। भजन और इंसानियत बड़े कर्म से मिलते हैं। दोनों के लिए तप करना पड़ता है। दोनों का फल लंबे समय तक मिलता है। वे यहां गुरुधाम में श्रद्धालुओं के बीच बोल रहे थे।

गुरुधाम के नौंवे गुरु योगी नरेश नाथ महाराज ने कहा कि धन अधिक समय तक साथ नहीं देता है। धन संग्रह के फेर में इंसान अशांति, अनिद्रा और रोगों के घेरे में आ जाता है। जबकि भजन करने से मन को चिर समय तक शांति मिलती है। इससे आत्मिक सुख की अनुभूति मिलती है। इंसानियत के नाते किए गए कार्य का भी फल बेहद सुखकारी मिलता है। सभी के सुख दुख का भागीदार बनने वाला अलग ही छाप समाज में कायम रखता है। उन्होंने कहा कि बड़े से बड़ा डाक्टर गंभीर मरीज का इलाज करने के बाद यही कहता है कि अब केवल दुआ करो। यदि पहले ही इंसानियत से दुआएं बटोर ली जाएं तो गंभीर हालात का सामना ही नहीं करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इंसान को इंसानियत के ऐसे काम हर हाल में करने चाहिए जिनका गवाह केवल परमात्मा ही हो। यानी दिखावे से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवों के प्रति उदार भाव और इंसान के प्रति प्रेम भाव रखने वाला संतोषी व्यक्ति होता है। ऐसे व्यक्ति का संग दूसरे को भी भव सागर से पार लगा देता है। इस मौके पर तेज नाथ, प्रहल्लाद भगत शर्मा, सरपंच संजीव अरोड़ा, पिकू मुरादिया, वेद सैनी, अजय शर्मा, सुभाष शर्मा और विजय कुमार मौजूद रहे।

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