खरीद पोर्टल बनी अड़चन, दोपहर बाद शुरू हो पाई खरीद
कुरुक्षेत्र । धान की सरकारी खरीद शुरू करने को लेकर रविवार को पोर्टल नहीं खुले के चलते दोपहर तक खरीद शुरू नहीं हो पाई।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
धान की सरकारी खरीद शुरू करने को लेकर रविवार को पोर्टल नहीं खुले के चलते दोपहर तक खरीद शुरू नहीं हो पाई। खरीद शुरू न होने में देरी पर दोपहर को किसानों ने थानेसर मार्केट कमेटी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। इसके बाद दोपहर बाद साढ़े तीन बजे के करीब खरीद शुरू हो पाई। जिलेभर की अनाज मंडियों से पहले दिन एक हजार मीट्रिक टन धान की खरीद हो पाई है। अधिकारियों से सोमवार से खरीद के काम के तेजी पकड़ने की बात कही है।
सरकार ने रविवार से धान की सरकारी खरीद करने का फैसला लिया गया था। इससे एक दिन पहले अधिकारियों ने शनिवार की शाम को जिला भर के आढ़तियों और मिलरों की बैठक ली थी। इस बैठक में आढ़तियों और मिलरों ने नई पॉलिसी का विरोध कर दिया था। इसको लेकर रविवार को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने आढ़तियों को आश्वासन दिलवाया की वह 24 घंटे अंदर खरीदे गए धान का उठान करवा लेंगे। अधिकारियों की ओर से आश्वासन मिलने और राज्यस्तरीय एसोसिएशन की ओर से अधिकारियों को दो-तीन दिन का समय दिए जाने पर आढ़ती खरीद में सहयोग के लिए तैयार हो गए। इसके बाद अधिकारियों ने खरीद की कार्रवाई शुरू की तो पोर्टल में अड़चन खरीद में बाधा बन गई।
पोर्टल की खामी दूर न होने पर मैनुअल हुई खरीद
थानेसर की नई अनाज मंडी में पोर्टल से गेट पास न बन के कारण कर्मचारियों को घंटों जद्दोजहद करनी पड़ी। जब जद्दोजहद के बाद भी बात नहीं बन पाई तो साढ़े तीन बजे के करीब मैनूअल शुरू करना पड़ा। इससे पहले खरीद की मांग को लेकर मार्केट कमेटी कार्यालय पहुंचे किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। खरीद में देरी के विरोध में किसान मार्केट कमेटी कार्यालय के अंदर ही घुस गए। मार्केट कमेटी सचिव हरजीत सिंह ने किसानों को तीन बजे तक खरीद शुरू करने का आश्वासन दिया। इसके बाद किसान शांत हुए। इसके बाद थानेसर की नई अनाज मंडी से देर शाम तक सात हजार क्विंटल धान की खरीद की गई।
एक हजार मीट्रिक टन धान की हुई खरीद
डीएफएससी कुशल पाल बूरा ने कहा कि रविवार को जिलेभर की अनाज मंडियों से एक हजार मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है। रविवार को खरीद का पहला दिन था इसके चलते कहीं-कहीं कुछ दिक्कत रही है। अब सोमवार से खरीद का काम तेजी पकड़ लेगा। मिलर्स के खरीद में सहयोग न करने पर उन्होंने कहा कि सरकार इसको लेकर आढ़तियों और मिलरों की सुनवाई कर रही है। जल्द सभी समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा।