गुरु के दिए ज्ञान से मिटता है जीवन का अंधकार : स्वामी ज्ञानानंद

कुरुक्षेत्र गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि गुरु परमात्मा से मिलाने का एक मात्र साधन है। शास्त्रों में भी गुरु का जिक्र प्रमुखता के साथ किया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 05:06 AM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 05:06 AM (IST)
गुरु के दिए ज्ञान से मिटता है जीवन का अंधकार : स्वामी ज्ञानानंद
गुरु के दिए ज्ञान से मिटता है जीवन का अंधकार : स्वामी ज्ञानानंद

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि गुरु परमात्मा से मिलाने का एक मात्र साधन है। शास्त्रों में भी गुरु का जिक्र प्रमुखता के साथ किया है। अंधकार से प्रकाश की तरफ ले जाने वाले को गुरु कहा गया है। गुरु के बिना ज्ञान नहीं मिलता। इंसान को संसार का मोह भगवान की तरफ नहीं जाने देता और जीव संसार की मोह माया में उलझा रहता है। केवल गुरु ही प्राणी को भगवान की ओर ले जाने का रास्ता दिखाता है।

उन्होंने यह बात वीरवार को गीता ज्ञान संस्थानम में गुरु पूजा उत्सव में श्रद्धालुओं से कही। इससे पहले गुरु पर्व श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया गया। इसमें कोविड-19 के नियमों का पालन कर श्रद्धालुओं ने अपने गुरु स्वामी ज्ञानानंद महाराज की पूजा अर्चना की और उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। यहां मानव कल्याण के लिए रक्तदान शिविर लगाया गया। डीसी मुकुल कुमार ने दीप प्रज्वलित कर इसका शुभारंभ किया। शिविर में करीब सौ लोगों ने रक्तदान किया।

गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद

महाराज ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते मानसिक दबाव को दूर करने में गीता पाठ सर्वश्रेष्ठ है। गीता पाठ से व्यक्ति का मनोबल बढ़ता है। भगवद्गीता श्री व्यास की कृपा से ही हमें मिली है नहीं तो गीता केवल महाभारत की एक घटना मात्र ही होकर रह जाती। व्यास की कृपा से ही गीता एक अमर घटना बन गई।

शिविर से की जा सकती हैं रक्त की पूर्ति

डीसी मुकुल कुमार ने कहा कि गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज की प्रेरणा से गुरु पूजा के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन करना मानव कल्याण के लिए एक सराहनीय प्रयास है। रक्त का कोई विकल्प नहीं है। कोरोना काल में रक्त की कमी हो गई थी। इसे शिविर लगाकार पूरा किया जा सकता है। उन्होंने रक्तदाताओं की भी सराहना की।

ये रहे मौजूद

इस अवसर पर जीओ गीता के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. सुदर्शन अग्रवाल, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, जीओ गीता के मीडिया प्रभारी रामपाल शर्मा, श्री ब्राह्माण एवं तीर्थोद्धार सभा के मुख्य सलाहकार जयनारायण शर्मा, हंसराज सिगला, मलिक विजय आनंद, खरैती लाल सिगला, महेंद्र सिगला, विजय नरूला, एमके मोदगिल, गिरिवर शर्मा, भारत भारद्वाज, सुनील वत्स, विजय बावेजा, हर्ष सलूजा, रमाकांत, सुरेंद्र बजाज, महेश गुप्ता, शशि भूषण मित्तल, अधिवक्ता पवन गुप्ता व राजन सपड़ा, दीपक आहुजा, राजेश ललित व श्याम आहुजा मौजूद रहे।

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