शिविर में 738 बच्चों को पिलाई स्वर्ण प्राशन दवा

श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बलदेव कुमार ने बताया कि बाल रोग विभाग द्वारा स्वर्ण प्राशन कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी। यह 10वां शिविर आयोजित किया गया। अभी तक आठ हजार से अधिक बच्चों को स्वर्ण प्राशन औषधि का सेवन कराया जा चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Oct 2019 06:18 AM (IST) Updated:Thu, 24 Oct 2019 06:18 AM (IST)
शिविर में 738 बच्चों को पिलाई स्वर्ण प्राशन दवा
शिविर में 738 बच्चों को पिलाई स्वर्ण प्राशन दवा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल में 16 वर्ष की आयु वर्ग तक के 738 बच्चों को स्वर्ण प्राशन औषधि का सेवन कराया गया। दवा पिलाने के लिए अस्पताल में सुबह से ही अभिभावकों की कतार लग गई।

श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बलदेव कुमार ने बताया कि बाल रोग विभाग द्वारा स्वर्ण प्राशन कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी। यह 10वां शिविर आयोजित किया गया। अभी तक आठ हजार से अधिक बच्चों को स्वर्ण प्राशन औषधि का सेवन कराया जा चुका है। बच्चों को इसका सेवन पुष्य नक्षत्र में ही कराया जाता है, इससे इसकी गुणवत्ता बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि आगामी शिविर 18 नवंबर को लगाया जाएगा।

डॉ. बलदेव ने बताया कि प्राचीनकाल से बच्चों को स्वर्ण प्राशन के सेवन करवाने का महत्व बताया गया है। इसके पान से बच्चों की बौद्धिक, मानसिक एवं शारीरिक क्षमता का विकास होता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से बच्चें बीमारियों से बचे रहते हैं। इस अवसर पर डॉ. अशोक राणा, गीतिका सांवला, मोहिनी शर्मा, कृतिका, दिनेश मौजूद थे।

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