विदेश भेजने के नाम पर 12 लाख की ठगी की, केस दर्ज

क्षेत्र में पंजाब के पटियाला जिले के गांव गोबिदपुरा सागरा के एक व्यक्ति के साथ अमेरिका भेजने के नाम पर दो बार 12 लाख रुपये की ठगी कर ली।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 05 Dec 2020 07:01 AM (IST) Updated:Sat, 05 Dec 2020 07:01 AM (IST)
विदेश भेजने के नाम पर 12 लाख की ठगी की, केस दर्ज
विदेश भेजने के नाम पर 12 लाख की ठगी की, केस दर्ज

संवाद सहयोगी, पिहोवा : क्षेत्र में पंजाब के पटियाला जिले के गांव गोबिदपुरा सागरा के एक व्यक्ति के साथ अमेरिका भेजने के नाम पर दो बार 12 लाख रुपये की ठगी कर ली। आरोपित ने एक बार में 10 और दूसरी बार दो लाख ठगे। पिहोवा थाना शहर पुलिस ने अब शिकायत के आधार पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

परमजीत सिंह निवासी गांव गोबिदपुरा सागरा ने पिहोवा थाना शहर पुलिस को शिकायत दी है। उसने बताया कि

उसकी रिश्तेदारी गांव भट्ट-माजरा पिहोवा में है। उसके रिश्तेदार गुरमीत सिंह ने बताया कि जसदेव सिंह हाल निवासी सीजीडीसीएचडी सिटी करनाल का टूल ट्रेवल का काम है। उसने जसदेव सिंह से उसके अमेरिका जाने की बात की। 2009 में आरोपित ने गांव भट्ट-माजरा में गुरमीत सिंह के घर आकर उसे अमेरिका भेजने के लिए 10 लाख रुपये में भेजने का भरोसा दिया। उसने उसको 50 हजार रुपये और अपना पासपोर्ट दे दिया। इसके बाद चार अगस्त 2009 को तीन लाख रुपये ले गया। उसको वैनयूजयूवेला साउथ अमेरिका देश के रास्ते से अमेरिका में दाखिल कराने की कही। उसने आरोपित को 2-2 लाख रुपये दो बार में दिए। 26 सितंबर 2009 को फोन पर बाकी पैसे तैयार रखने की बात कही और उसका वीजा वैनयूजयवेला साउथ अमेरिका के लिए लगवा देने और 30 सितंबर को दिल्ली से फ्लाइट होने का भरोसा दिया। उसने 27 सितंबर को पिहोवा अनाज मंडी में आढ़ती से लेकर बाकी 2.50 लाख रुपये उसको दिए। वह 30 सितंबर को दिल्ली एयरपोर्ट से फ्लाइट में बैठकर जोन्सबर्ग साउथ अफ्रीका एयरपोर्ट पर पहुंचा तो उसको एंट्री नहीं दी। वह तीन अक्टूबर को वापिस दिल्ली एयरपोर्ट पर आ गया। उसने आरोपित को फोन किया तो उसको फिर से विदेश भेजने का भरोसा दिया।

पांच साल टालता रहा

उसने आरोप लगाया कि आरोपित उसको इसी तरह पांच साल तक टालता रहा। उसको 2016 में पता चला कि आरोपित अपने घर से लापता हो गया है। उसको जून 2020 में पता चला कि आरोपित का मुल्तानी कालोनी पिहोवा में ट्रेवल एजेंसी का कार्यालय है। वह बाकी लोगों को साथ लेकर उसके पास पहुंचा। उसने उसे डोंकी के जरिये अमेरिका भेजने का भरोसा दिया और अतिरिक्त 15 लाख रुपये में से 10 लाख भारत और बाकी पांच लाख रुपये कैंप से निकलने के बाद उसके लड़के को देना तय हुआ। उसने 10 अगस्त को उसको तीन लाख रुपये और पासपोर्ट दिया, लेकिन उसको अमेरिका नहीं भेजा। उसने बाद में पासपोर्ट और एक लाख रुपये वापिस कर दिया। बाकी 12 लाख रुपये देने के लिए कुछ समय मांगा। वह अब पैसे देने से टल रहा है।

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