लाडवा विधानसभा चुनाव में चारों उम्मीदवारों ने झोंकी ताकत
चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं प्रत्याशियों की बेचैनी बढ़ती जा रही है। भाजपा कांग्रेस इनेलो व जजपा के बीच लाडवा विधानसभा सीट का मुकाबला है। भाजपा से विधायक डॉ. पवन सैनी फिर से मैदान में हैं। संघ की नजदीकियों के कारण दूसरी बार उन्हें फिर से लाडवा से उतारा गया है।
सतविद्र सिंह, कुरुक्षेत्र: चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, प्रत्याशियों की बेचैनी बढ़ती जा रही है। भाजपा, कांग्रेस, इनेलो व जजपा के बीच लाडवा विधानसभा सीट का मुकाबला है। भाजपा से विधायक डॉ. पवन सैनी फिर से मैदान में हैं। संघ की नजदीकियों के कारण दूसरी बार उन्हें फिर से लाडवा से उतारा गया है। वहीं पिछले पांच साल से क्षेत्र की जनता से सुख-दुख में शरीक हुए पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष मेवा सिंह को कांग्रेस ने चुनाव में उतारा है। पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के राजनीतिक सलाहकार शेर सिंह बड़शामी की पुत्रवधू सपना बड़शामी इनेलो से चुनाव मैदान में हैं। पिछले बार केवल तीन हजार मतों से इनेलो प्रत्याशी एवं सपना बड़शामी की सास बचन कौर हारी थी। वहीं इनेलो से अलग हुई जजपा प्रत्याशी डॉ. संतोष दहिया को उतारा है। वहीं लोकतंत्र सुरक्षा मंच के नैब सिंह पटाक माजरा को मैदान में उतारा गया है। वर्ष 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई लाडवा विधानसभा सीट
राजा अजीत सिंह की रियासत के रूप में पहचाने जाने वाले लाडवा साल 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई यह सीट पहले थानेसर विधानसभा से जुड़ी थी। साल 2009 में पहली बार लाडवा विधानसभा के नाम से चुनाव होने पर लोगों को उम्मीदें बहुत ज्यादा थी। इस सीट से 2014 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के डॉ. पवन सैनी ने जीत दर्ज कराई और इनेलो की बच्चन कौर बड़शामी को हराया। वोट समीकरण
लाडवा विधानसभा क्षेत्र में कुल 145 गांव हैं। इनमें लाडवा के साथ-साथ बाबैन और पिपली खंड के भी गांव शामिल हैं। करीब एक लाख 82 हजार मतदाता हैं। इनमें सबसे ज्यादा जाट वोटरों की संख्या लगभग 36 हजार है, इसके बाद दूसरे नंबर पर सैनी 31 हजार और उसके बाद अनुसूचित जाति 15 हजार और नौ हजार जट्ट सिख व इतने ही ब्राह्मण वोटर हैं। इसके साथ ही आठ हजार कश्यप राजपूत और सात हजार बनिया वोटर हैं। शेर सिंह बड़शामी बने पहले विधायक
साल 2009 में पहली बार इनेलो के शेर सिंह बड़शामी विधायक बने। उन्होंने कांग्रेस की कैलाशो सैनी को हराया था। भाजपा की टिकट से मेवा सिंह तीसरे नंबर पर रहे थे और आजाद प्रत्याशी पवन गर्ग चौथे स्थान पर रहे थे। इसके बाद साल 2014 में हुए चुनावों में भाजपा के डॉ. पवन सैनी ने 42445 वोट लेकर जीत दर्ज करवाई। दूसरे स्थान 39453 वोट के साथ इनेलो की बच्चन कौर बड़शामी रही। कांग्रेस की कैलाशो सैनी को 33052 के साथ तीसरे और आजाद प्रत्याशी काका जतिद्र सिंह 9900 वोटों के साथ चौथे स्थान पर रहे। कौन-कौन बना विधायक
वर्ष प्रत्याशी पार्टी वोट
2009 शेर सिंह बड़शाम इनेलो 32505
कैलाशो सैनी कांग्रेस 30000 2014
डॉ. पवन सैनी भाजपा 42445
बचन कौर बड़शामी इनेलो 39453 - कुल वोटर: 182697
- महिला मतदाता: 87190
- पुरुष मतदाता : 95 हजार 507
- कुल गांव : 145
- कुल बूथ : 216
- ग्रामीण बूथ: 196
- शहरी बूथ: 20 ये हैं मुख्य मुद्दे
- लाडवा में बाइपास
- आलू व टमाटर बहुल क्षेत्र में फूड प्रोसेसिग यूनिट
- क्षेत्र में कन्या महाविद्यालय
- बाबैन में बस अड्डा
- ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें लाडवा में ये हुए बड़े कार्य
- लाडवा को उपमंडल का दर्जा
-तहसील को अपग्रेड करवाना
-बाबैन पीएचसी को सीएचसी का दर्जा
-100 करोड़ से देश के नामचीन नेशनल डिजाइनिग इंस्टीट्यूट और केंद्रीय विद्यालय मथाना का निर्माण पूरा
-उमरी में 14 करोड़ 50 लाख से पालीटेक्निक भवन
-पिपली को ब्लॉक का दर्जा,
-राजकीय जिला पशु अस्पताल
-कृषि विपणन बोर्ड की ओर से लगभग सात करोड़ रुपये से सड़कों का निर्माण
-बाबैन अनाज मंडी में एक करोड़ की लागत से किसान विश्राम गृह
-विकास एवं पंचायत विभाग की ओर से छह करोड़ 68 लाख रुपये के विकास कार्य
-65 गांवों में पीने के पानी 11 करोड़ 50 लाख रुपये का खर्च
-लाडवा में सीवरेज लाइन के लिए 26 करोड़ 20 लाख रुपये के कार्य
-एक करोड़ 98 लाख रुपये से राक्षी नदी का जीर्णोद्धार
-दो करोड़ से पिपली बस अड्डे के नवनिर्माण की तैयारी
-सहारनपुर कुरुक्षेत्र मार्ग निर्माण के लिए तीन करोड़ 36 लाख खर्च कर चार लेन बनाया