बिजली उपभोक्ता शिकायत निवारण समिति की बैठक में पांच शिकायतें आई, दो दफ्तर में दाखिल

बिजली उपभोक्ता शिकायत निवारण समिति की बैठक में सोमवार को पांच शिकायत ही पहुंची। जिस उद्देश्य से हर माह बैठक का आयोजन होता है वह उद्देश्य पूर्ण नहीं हो रहा है। उपभोक्ता बैठक में शिकायत लेकर पहुंचते ही नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 11:48 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 11:48 PM (IST)
बिजली उपभोक्ता शिकायत निवारण समिति की बैठक में पांच शिकायतें आई, दो दफ्तर में दाखिल
बिजली उपभोक्ता शिकायत निवारण समिति की बैठक में पांच शिकायतें आई, दो दफ्तर में दाखिल

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : बिजली उपभोक्ता शिकायत निवारण समिति की बैठक में सोमवार को पांच शिकायत ही पहुंची। जिस उद्देश्य से हर माह बैठक का आयोजन होता है, वह उद्देश्य पूर्ण नहीं हो रहा है। उपभोक्ता बैठक में शिकायत लेकर पहुंचते ही नहीं है। सोमवार की बैठक में दो शिकायतों को दफ्तर दाखिल किया गया है, जबकि तीन को संबंधित अधिकारी के पास समाधान के लिए भेज दिया।

बिजली निगम के सेक्टर आठ स्थित जिला मुख्यालय में बिजली उपभोक्ता शिकायत निवारण समिति की बैठक रखी गई थी। सुबह 10 बजे से सायं चार बजे तक समिति के चेयरमैन आरके शर्मा व अधिकारी उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण करने के लिए बैठे रहे। घंटों इंतजार करने के बाद भी केवल पांच उपभोक्ता ही शिकायत लेकर पहुंचे। उनमें से भी दो उपभोक्ता बिजली बिल अधिक होने की शिकायत लेकर आए थे, जिनका निगम की बिजली बिल ब्याज माफी योजना के तहत निपटारा होना था।

ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए लगाई जा रही नई-नई शर्तें

बिजली उपभोक्ता शिकायत निवारण समिति के समक्ष गांव भिवानीखेड़ा निवासी रामेश्वर ने ट्यूबवेल कनेक्शन की शिकायत दी। किसान रामेश्वर का कहना था कि उसने 24 मई 2018 में ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। 2019 में उसका ट्यूबवेल कनेक्शन रिलीज हो गया और डिमांड नोटिस भेज दिया गया। निगम की ओर से उसे मोटर का बिल व अन्य कागजी कार्रवाई पूरी करने के लिए कहा गया। उसने यह कार्रवाई पूरी कर दी, मगर उसे कनेक्शन नहीं मिला। 18 अप्रैल 2021 को दोबारा से उसे डिमांड नोटिस भेजा गया ओर उससे 45 हजार 578 रुपये की राशि जमा करा ली गई। 28 अप्रैल 2021 को फिर से 22 हजार 450 रुपये की राशि जमा कराई गई, मगर उसका कनेक्शन नहीं दिया गया। वहीं भिवानीखेड़ा के ही महिद्र ने कनेक्शन के लिए आवेदन किया था, मगर उसके आवेदन को दर्ज भी नहीं किया गया। समिति के चेयरमैन आरके शर्मा ने शिकायत को दफ्तर दाखिल करने के आदेश दिए हैं। इस पर अगली बैठक में सुनवाई होगी।

निगम नहीं लौटा रहा सिक्योरिटी राशि, हजार रुपये का भेज रहा बिल

ज्योति नगर निवासी गगन ने समिति के पास शिकायत दी कि निगम 2018 से उसे परेशान कर रहा है। उन्होंने बिजली कनेक्शन का लोड बढ़वाने के लिए सिक्योरिटी राशि जमा कराई थी, मगर न तो उनका लोड बढ़ा और न ही उनकी सिक्योरिटी राशि निगम ने वापस दी है। अब उनका दो माह का बिजली का बिल 53 हजार रुपये आया है। निगम के अधिकारी कह रहे हैं कि यह गलती से हुआ है, जबकि बिल पर रीडिग भी लिखी हुई है। गगन की सही बातों पर निगम के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। गगन ने बताया कि उन्होंने मार्च 2020 में भी समिति को शिकायत दी थी, मगर उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। निगम के अधिकारी उनकी बात को सही तो ठहराते हैं, मगर कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं किया जाता। अब उन्हें कहा जा रहा है कि पहले वे अपना बिल अदा करें अगले माह सिक्योरिटी राशि कट जाएगी। करीब साढ़े तीन साल से निगम के पास उनकी सिक्योरिटी राशि जमा है। निगम बिल देरी से भरने पर जुर्माना लगाती है, मगर उपभोक्ता की राशि साढ़े तीन साल से निगम के पास से ऐसे में उन कर्मचारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं करता जो गलत कार्य कर रहे हैं। समिति के चेयरमैन आरके शर्मा ने निगम के अधिकारियों को उपभोक्ता की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। बिल अधिक आने की शिकायत लेकर पहुंची महिला

वशिष्ठ कालोनी निवासी वीणा रानी बिल अधिक आने की शिकायत लेकर पहुंची। समिति के चेयरमैन ने संबंधित उपमंडल अधिकारी को निर्देश दिए कि वे उपभोक्ता की शिकायत का निवारण करें। दो अन्य शिकायतें भी बिजली बिल से संबंधित आई, जिन्हें बिजली बिल माफी योजना के तहत निपटाया गया।

शिकायत देने पर होगी कार्रवाई : आरके शर्मा

बिजली उपभोक्ता शिकायत निवारण समिति के चेयरमैन आरके शर्मा का कहना है कि उपभोक्ता समिति के समक्ष शिकायत दें उनकी शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी। समिति का कार्य उपभोक्ताओं की समस्याओं का निदान करना है।

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