गेहूं खरीद प्रक्रिया पर आढ़तियों ने उठाए सवाल, नहीं कटे गेट पास

कुरुक्षेत्र प्रदेश सरकार की ओर से 29 अप्रैल से बंद की गई गेहूं की सरकारी खरीद वीरवार को दोबारा शुरू करने पर ज्यादातर किसानों और आढ़तियों को इसका फायदा नहीं मिल पाया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 07:31 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 07:31 AM (IST)
गेहूं खरीद प्रक्रिया पर आढ़तियों ने उठाए सवाल, नहीं कटे गेट पास
गेहूं खरीद प्रक्रिया पर आढ़तियों ने उठाए सवाल, नहीं कटे गेट पास

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्रदेश सरकार की ओर से 29 अप्रैल से बंद की गई गेहूं की सरकारी खरीद वीरवार को दोबारा शुरू करने पर ज्यादातर किसानों और आढ़तियों को इसका फायदा नहीं मिल पाया है। गेहूं खरीद को लेकर वीडियोग्राफी के आदेश मिलने पर ज्यादातर अनाज मंडियों में मार्केट कमेटी अधिकारियों ने उन्हीं किसानों के गेट पास बनाए जो वीरवार को ट्रैक्टर ट्रालियों में अपनी गेहूं लेकर पहुंचे हैं, जबकि अनाज मंडियों में 29 अप्रैल के बाद से अब तक पहुंची गेहूं के ढेर लगे पड़े हैं। आढ़तियों ने पहले से मंडियों में पहुंची गेहूं के भी गेट पास काटने की मांग की है।

गौरतलब है कि प्रदेश सरकार की ओर से 29 अप्रैल को सरकारी खरीद बंद कर दी गई थी। इसे तीन मई के बाद शुरू किया जाना था। लेकिन तीन से नौ मई तक लॉकडाउन लगने के बाद खरीद को बंद कर दिया गया। हालांकि इस अवधि में भी अनाज मंडियों में इक्का-दुक्का किसान की गेहूं की आवक जारी रही। आढ़तियों ने भी इस गेहूं की तुलाई कर इसे कट्टों में भर दिया। आढ़तियों को उम्मीद थी कि सरकार की ओर से खरीद शुरू करते ही इसके गेट पास कट जाएंगे।

नहीं काटे गेट पास

थानेसर की नई अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के पूर्व प्रधान दयाल चंद ने बताया कि थानेसर अनाज मंडी में पिछले 12 दिनों में 15 से 20 हजार क्विटल गेहूं पहुंची है। किसान इस गेहूं की तुलाई करवाकर चले गए हैं। अब मार्केटिग बोर्ड के अधिकारी इस गेहूं के गेट पास नहीं काट रहे है। इससे आढ़तियों में रोष है।

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