कार्यकारी सिविल सर्जन डा. अनुपमा सिंह ने दी मोबाइल वैन को दी हरी झंडी

अब स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल वैन हाई रिस्क क्षेत्रों में पहुंचकर क्षय रोगी के लक्षणों वाले मरीजों की जांच करेगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 01:25 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 01:25 AM (IST)
कार्यकारी सिविल सर्जन डा. अनुपमा सिंह ने दी मोबाइल वैन को दी हरी झंडी
कार्यकारी सिविल सर्जन डा. अनुपमा सिंह ने दी मोबाइल वैन को दी हरी झंडी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

अब स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल वैन हाई रिस्क क्षेत्रों में पहुंचकर क्षय रोगी के लक्षणों वाले मरीजों की जांच करेगी। क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत कार्यकारी जिला सिविल सर्जन डा. अनुपमा सिंह और क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. संदीप अग्रवाल ने मंगलवार को मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह मोबाइल वैन अब हाई रिस्क क्षेत्रों में जाकर मौके पर ही का‌िर्ट्रज बेस्ड न्यूक्लिक एसिड एम्प्लीफिकेशन (सीबी-नाट) टेस्ट करेगी।

कार्यकारी जिला सिविल सर्जन डा. अनुपमा सिंह ने बताया कि जिले में हाई रिस्क क्षेत्रों में यह मोबाइल वैन पहुंचकर मरीजों की जांच करेगी। इस मोबाइल वैन में प्रयोगशाला स्थापित है, जिसमें सीबी-नाट टेस्ट किया जाएगा। इस सैंपल के लिए अब मरीजों को एलएनजेपी अस्पताल या किसी दूसरे स्वास्थ्य केंद्रों में नहीं जाना पड़ेगी। लैब जिस क्षेत्र में पहुंचेगी वहां के मरीजों के सैंपल मौके पर ही लेकर जांच करके उसका परिणाम दो घंटे के भीतर बता देगी। इसके बाद अगर कोई व्यक्ति क्षय रोगी मिलता है तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचकर टीबी की दवा लेने की सलाह दी जाएगी। क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम नोडल अधिकारी डा. संदीप अग्रवाल ने कहा कि इस लैब में आए विशेषज्ञ पूरे जिले की स्क्रीनिग करने के लिए भी तैयार हैं। इसके लिए उन्होंने मोबाइल लैब के उच्चाधिकारियों से भी बात की है। इसका भी एक प्रपोजल बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा ताकि पूरे जिले में एक बार लोगों की स्क्रीनिग हो सके और क्षय रोगियों को चिन्हित करके उनका इलाज जल्द शुरू कराया जा सके, ताकि वे आगे इस बीमारी को बढ़ने से रोक सकें।

chat bot
आपका साथी