ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली चोरी हुई कम, इंडस्ट्री की बढ़ी शिकायतें

इंडस्ट्री में बिजली चोरी की शिकायतों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। इन शिकायतों पर बिजली निगम संज्ञान भी ले रहा है लेकिन ज्यादातर इंडस्ट्री रसूखदारों की हैं। ऐसे में इन पर कार्रवाई करना मुश्किल हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 05:55 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 05:55 AM (IST)
ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली चोरी हुई कम, इंडस्ट्री की बढ़ी शिकायतें
ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली चोरी हुई कम, इंडस्ट्री की बढ़ी शिकायतें

सतविद्र सिंह, कुरुक्षेत्र

म्हारा गांव-जगमग गांव योजना शुरू होने से ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली चोरी पर काफी हद तक अंकुश लगा है, मगर इंडस्ट्री में बिजली चोरी की शिकायतों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। इन शिकायतों पर बिजली निगम संज्ञान भी ले रहा है, लेकिन ज्यादातर इंडस्ट्री रसूखदारों की हैं। ऐसे में इन पर कार्रवाई करना मुश्किल हो रहा है।

धर्मनगरी में बड़े उद्योगों की संख्या न के बराबर है, मगर लघु उद्योगों का आंकड़ा अच्छा खासा है जहां पर बिजली चोरी सबसे ज्यादा हैं। प्रदेश सरकार की ओर से बेशक अभी जिले में बड़े स्तर पर छापेमारी के आदेश न आए हों, मगर रात के समय बिजली निगम के एसडीओ के साथ निगम के चौकसी ब्यूरो की टीमें छापामारी कर रही हैं। इन चोरियों की निगम विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रहा है। लघु उद्यमी हुए सतर्क

बिजली निगम की ओर से की जा रही छापेमारी से लघु उद्यमी सतर्क हो गए हैं। जिन क्षेत्रों में बिजली चोरी की शिकायतें ज्यादा हैं, वहां पर निगम छापेमारी की योजना को अमलीजामा पहनाने में जुटा है। बिजली मंत्री के निर्देशानुसार प्रदेश भर में बिजली निगम ने चोरी की घटनाओं पर की गई छापेमारी से धर्मनगरी में बड़े व लघु इंडस्ट्री पूरी तरह सचेत हैं। जिन क्षेत्रों में लाइन लोस, ट्रांसफार्मर में खराबी, तारों में कट, मीटर में गड़बड़ी की शिकायतें ज्यादा हैं, उन क्षेत्रों को निगम सूचीबद्ध करने में जुटा हुआ है, ताकि सख्त कार्रवाई की जा सके। इन क्षेत्रों की सबसे ज्यादा शिकायतें

धर्मनगरी में ज्यादातर लघु औद्योगिक इकाइयां ही हैं, इनमें फ्लोर मिल (आटा चक्की) की संख्या ज्यादा है। फ्लोर मिल में बिजली चोरी की सबसे ज्यादा शिकायतें हैं। धर्मनगरी में लघु उद्योग के कनेक्शनों की संख्या 2383 है, जबकि बड़ी इंडस्ट्री के महज 349 कनेक्शन हैं। इसके साथ ही राइस मिलों की संख्या 250 के करीब है। वहीं गत्ता फैक्टरी, खल फैक्टरी, कृषि औजार, प्लाइवुड व अन्य विविध औद्योगिक इकाइयां हैं, जहां पर बिजली चोरी, मीटर गड़बड़ी व तारों में कटों की शिकायतें हैं। यह है कनेक्शनों की स्थिति

श्रेणी संख्या

घरेलू : 209187

गैर घरेलू : 34082

एलटी इंडस्ट्री : 2383

एचटी इंडस्ट्री : 349

ट्यूबवेल मीटर : 14749

ट्यूबवेल अन-मीटर : 27072

पीडब्ल्यूडब्ल्यू : 869

लिफ्ट : 06

ब्लक : 26

स्ट्रीट लाइट : 249

कुल 2988947

(नोट : यह आंकड़ा यूएचबीवीएन की ओर से जुलाई 2020 में जारी की गई सूची के मुताबिक है।) जिले में अभी बड़े स्तर पर बिजली चोरी करने वालों पर छापेमारी के आदेश नहीं हुआ हैं, मगर प्रत्येक सब डिवीजन के एसडीओ के नेतृत्व में निगम की चौकसी ब्यूरो की टीम लगातार रात्रि में बिजली चोरी के लिए छापेमारी कर रही है। पिपली डिविजन ने पिछले दिनों गांव किशनपुरा व मथाना क्षेत्र में 18 जगह छापेमारी की। वहीं अन्य डिविजन ने भी कार्रवाई की जा रही है।

- कर्ण सिंह भौरिया, एसई बिजली निगम

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