कोरोना काल में जरूरतमंदों के साथ कंधे से कंधा मिला खड़ी रही नपा चेयरपर्सन उमा सुधा
नगर परिषद चेयरपर्सन उमा सुधा ने कोरोना से लड़ते हुए अपने क्षेत्र में आने वाले आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की जरूरतों को पूरा किया और हर संभव सहायता भी पहुंचाई। इसके साथ ही कोरोना महामारी से निपटने के लिए उन्होंने अधिकारियों से मिलकर शहर को साफ व सुंदर बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : नवरात्र के सातवें दिन मां दुर्गा के कालरात्रि रूप की पूजा की जाती है। मां कालरात्रि भक्तों का हमेशा कल्याण करती हैं, इसीलिए इन्हें शुभंकरी भी कहते हैं। मां कालरात्रि शत्रु का नाश करके आकस्मिक संकटों से भी मुक्ति दिलाती हैं। इसी प्रकार नगर परिषद चेयरपर्सन उमा सुधा ने भी आकस्मिक महामारी कोरोना से लड़ते हुए अपने क्षेत्र में आने वाले आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की जरूरतों को पूरा किया और हर संभव सहायता भी पहुंचाई। इसके साथ ही कोरोना महामारी से निपटने के लिए उन्होंने अधिकारियों से मिलकर शहर को साफ व सुंदर बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
कोरोना काल के दौरान लाकडाउन लगते ही आर्थिक रूप से कमजोर लोगों में यही डर था कि अब उन्हें कोरोना के साथ-साथ भूख भी मार देगी, मगर उस समय नगर परिषद चेयरपर्सन उमा सुधा ने अपने क्षेत्र के लोगों की सुध ली। उन्होंने ऐसे लोगों की सहायता की जिन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी कि वे कहां से मदद ले सकते हैं। उनके दरवाजे पर पहुंच कर जिसने भी मदद की गुहार लगाई वह खाली नहीं गया। इसके लिए चाहे उन्होंने रेडक्रास की मदद ली या शहर के साधन संपन्न लोगों को ऐसे लोगों की मदद के लिए प्रेरित किया। इसका यही परिणाम रहा कि कोई भी कोरोना काल के दौरान भूखे पेट नहीं सोया।
उमा सुधा का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण मुश्किलों के प्रभाव से कोई भी अछूता नहीं रहा है। ऐसे में लोगों की मदद ही ईश्वरीय पूजा है। कोरोना की जंग को सभी को मिलकर लड़ना है। आज भी वे हर संभव मदद के लिए तैयार हैं। इसके लिए सरकार की गाइड लाइन का ध्यान रखें। कहीं भी अधिक संख्या में इकट्ठे न हों। उन पर फोन, वाट्सअप व वीडियो काल के जरिए संपर्क करें वे और विधायक सुभाष सुधा लोगों की मदद के लिए तैयार हैं।