सरकारी अस्पतालों में चिकित्सक 13 को रहेंगे हड़ताल पर, सीएमओ को सौंपा ज्ञापन
उत्तरी हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसिस एसोसिएशन (एचसीएमएसए) ने स्पेशलिस्ट कैडर भर्ती की मांग और वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों की सीधी भर्ती के विरोध में 13 दिसंबर को हड़ताल पर जाने का एलान कर दिया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : उत्तरी हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसिस एसोसिएशन (एचसीएमएसए) ने स्पेशलिस्ट कैडर भर्ती की मांग और वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों की सीधी भर्ती के विरोध में 13 दिसंबर को हड़ताल पर जाने का एलान कर दिया है। एचसीएमएसए ने हड़ताल पर जाने से पहले जनता से अपील करके आमजन को अपने पक्ष में करने का दांव खेला है। कोरोना काल के दौरान चिकित्सकों की सेवा और उन पर लगातार बढ़ रहे मरीजों के बोझ का हवाला भी दिया गया है। साथ ही इस लड़ाई को आमजन की लड़ाई बताकर अपने विश्वास में लेने का प्रयास एचसीएमएसए ने करना शुरू कर दिया है। मंगलवार को एचसीएमएसए के जिला प्रधान डा. ललित कल्सन, महासचिव डा. प्रदीप और उपप्रधान डा. जगमिदर सिंह ने जिला सिविल सर्जन डा. सुखबीर को ज्ञापन सौंपा। एचसीएमएसए ने यह की आमजन से अपील
दो वर्षो के कोरोना काल में पूरा विश्व मुश्किल दौर से गुजर रहा है। सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों ने इस विपदा से निपटने के लिए दिन रात मेहनत की है। इसके दौरान कुछ चिकित्सकों ने अपनी जान भी गंवाई है। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में स्पेशलिस्ट की भारी कमी है। प्रदेश में जहां दो हजार से ज्यादा स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की आवश्यकता है। वहां मात्र 700 से भी कम चिकित्सक काम कर रहे हैं। इस कमी के चलते एक चिकित्सक रोजाना 250-300 मरीज देखता है। एक चिकित्सक के ऊपर बहुत बोझ है और हम भी आपका उपचार गुणवत्ता से नहीं कर पा रहे हैं। हम काफी लंबे समय से सरकार से स्पेशलिस्टों की संख्या बढ़ाने की मांग करते आ रहे हैं। सरकार का इसके प्रति असंवेदनशील रवैया बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। आपके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। बार-बार सरकार से अनुरोध के बाद भी सरकार के असंवेदनशील रवैये के चलते प्रदेश के सभी चिकित्सक 13 दिसंबर से हड़ताल पर जाने को मजबूर हैं। हमारी हड़ताल के चलते होने वाली असुविधा के लिए हमें खेद हैं लेकिन इसकी पूर्णत: जिम्मेदारी सरकार की है। आपसे अनुरोध है कि न्याय की इस लड़ाई में आप हमें सहयोग दें।
13 को आपातकालीन सेवाएं नहीं होंगी बाधित : डा. ललित
एचसीएमएसए के जिला प्रधान डा. ललित कल्सन ने कहा कि पांच दिसंबर को करनाल में हुई राज्य स्तर की बैठक में यह निर्णय लिया गया था। चिकित्सक आपातकालीन सेवा को छोड़कर 13 दिसंबर से हड़ताल पर चले जाएंगे। चिकित्सक अपनी तीन मांगों को लेकर कई वर्षो से प्रयासरत हैं लेकिन न तो स्पेशलिस्टों की भर्ती हुई, न तो वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों की सीधी भर्ती पर रोक लगी। ऐसे में चिकित्सकों को मजबूरी में यह कदम उठान पड़ रहा है। इससे पहले जिला सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंपा गया है और एक अपील मरीजों से भी की गई, क्योंकि स्पेशलिस्टों की भर्ती मरीजों के फायदे के लिए ही है।