बच्चों की देखभाल में कोताही बर्दाश्त नहीं : अजय

कुरुक्षेत्र जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय कुमार शारदा ने सोमवार को शाहाबाद बाल आश्रम का औचक निरीक्षण किया। उनके साथ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं सीजेएम दुष्यंत चौधरी रहे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 06:30 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 06:30 AM (IST)
बच्चों की देखभाल में कोताही बर्दाश्त नहीं : अजय
बच्चों की देखभाल में कोताही बर्दाश्त नहीं : अजय

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय कुमार शारदा ने सोमवार को शाहाबाद बाल आश्रम का औचक निरीक्षण किया। उनके साथ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं सीजेएम दुष्यंत चौधरी रहे। न्यायाधीश अजय कुमार शारदा ने यहां करोना वायरस से बचाव के प्रबंधों की जानकारी ली और आश्रम संचालकों से बातचीत की।

उन्होंने कहा कि चिल्ड्रन होम में बच्चों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आनी चाहिए। इनको नियमानुसार सभी प्रकार की सुविधाएं प्राप्त होनी चाहिए। बच्चों को सही समय पर खाना व उनकी देखभाल में जरा सी भी कोताही सहन नहीं की जाएगी।

उन्होंने कहा कि कोरोना से आम नागरिक के साथ-साथ बच्चों की सुरक्षा भी जरूरी है। इसलिए सभी आश्रमों संचालकों को आश्रम में रह रहे बच्चों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए पुख्ता प्रबंध करने होंगे। उन्होंने आश्रमों के संचालकों को निर्देश देते हुए कहा कि देश व प्रदेश में कोरोना वायरस काफी तेजी से फैल रहा है। ऐसे समय में आमजन के साथ-साथ बाल आश्रमों में रहने वाले बच्चों को भी इस वायरस की चपेट में आने से बचाना बहुत जरूरी है। इसके लिए बाल आश्रमों, चिल्ड्रन होम में सैनिटाइजेशन, मास्क, दो गज की दूरी जैसे सभी प्रबंधों को पुख्ता करना होगा।

उन्होंने कहा कि इस विकट परिस्थिति में देश व प्रदेश का हर नागरिक इस समस्या से लड़ाई लड़ रहा है। ऐसे में हर भारतीय का यह कर्तव्य है कि वह स्वयं को स्वस्थ रखकर कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन कर इस महामारी के प्रकोप को खत्म करने में अपना योगदान दें।

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