मां महागौरी के जयकारों से गूंजी धर्मनगरी
नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर मां भद्रकाली शक्तिपीठ में मां महागौरी की पूजा की गई। मां महागौरी मां भद्रकाली का आठवां स्वरूप है। इन्हें आठवीं शक्ति कहा जाता है। मंदिरों में सुबह से ही भक्त नवरात्रि व्रत पूर्ण पूजा करने के लिए आते रहे। श्रद्धालुओं ने घरों में कन्या पूजन किया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर मां भद्रकाली शक्तिपीठ में मां महागौरी की पूजा की गई। मां महागौरी मां भद्रकाली का आठवां स्वरूप है। इन्हें आठवीं शक्ति कहा जाता है। मंदिरों में सुबह से ही भक्त नवरात्रि व्रत पूर्ण पूजा करने के लिए आते रहे। श्रद्धालुओं ने घरों में कन्या पूजन किया।
हरियाणा के एकमात्र प्राचीन शक्तिपीठ श्रीदेवीकूप भद्रकाली मंदिर में 52 शक्तिपीठों की प्रतीक स्वरूप 52 महान ज्योतियां जागरण परंपरा का निर्वाहन करते हुए जगाई गई। जिसमें सबसे पहले मां भद्रकाली गर्भ गृह से मां की पीतल की प्रतिमा मंत्रोचारण के साथ जागरण पंडाल में स्थापित की गई और उसके बाद नवदुर्गा महापूजन आरंभ किया। मंदिर के पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा और अध्यक्ष नरेंद्र वालिया ने मुख्य ज्योति को और सभी 52 परिवारों ने 52 ज्योतियों को प्रज्ज्वलित किया। महाआरती के साथ जागरण संपूर्ण किया गया।
इस्माईलाबाद बालापुर कलावड़ में महामाया माता बाला सुंदरी मंदिर में वार्षिक मेले पर भारी जन समूह उमड़ा। दिनभर मेले में चहल पहल रही। लोग कोरोना से पूरी तरह लापरवाह नजर आए। मेले में अधिकांश लोग बिना मास्क के पहुंचे।
लाडवा में भारत विकास परिषद शाखा लाडवा की ओर से मंगलवार को दुर्गा अष्टमी पर कंजक पूजन किया। यह कार्यक्रम एक ईंट भट्ठे पर हुआ। जिसमें परिषद के सदस्यों ने कन्याओं को तिलक लगाकर पूजन किया तथा सभी कन्याओं को बर्तन, फल, मिठाई आदि दी गई। बाबैन में दुर्गाष्टमी के मौके पर शाकुंभरी इंटरप्राइजिज ने भड़ारा लगाया। माता शाकुंभरी मंदिर में हवन हुआ। बलवंत सिंह ने बताया कि सुख समृद्धि के लिए माता शाकुंभरी का हर वर्ष भड़ारे व हवन का आयोजन किया जाता है। पूर्व विधायक पवन सैनी ने भी माता शाकुंभरी के मंदिर में माथा टेका। इस मौके पर किरण स्नेह, दीपक कुमार निशू, रजत, प्रवेश मौजूद रहे।