श्री बगलामुखी मंदिर में श्रद्धालुओं ने की सुख-समृद्धि की कामना
शीलानगर स्थित श्री बगलामुखी मंदिर में शारदीय नवरात्र के पावन पर्व पर पांच दिवसीय मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के तहत तीसरे दिन श्रद्धालुओं ने मां चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना की।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : शीलानगर स्थित श्री बगलामुखी मंदिर में शारदीय नवरात्र के पावन पर्व पर पांच दिवसीय मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के तहत तीसरे दिन श्रद्धालुओं ने मां चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना की। श्री गुरुधाम संस्कृत वेद विद्यापीठम अनुसंधान ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में वेदपाठियों के मंत्रोच्चारण व शंखनाद के साथ श्रद्धालुओं ने हवन में आहुति डाली। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के तहत 21 अक्टूबर को वीर हनुमान स्फटिक शिवलिग और मां बगलामुखी मूर्तिरूप में विराजमान होंगी। कार्यक्रम के अंतर्गत 20 अक्टूबर को शीलानगर मां बगलामुखी मंदिर से शोभायात्रा निकाली जाएगी।
आचार्य राजेश वत्स ने तीसरे नवरात्र के महत्व के बारे में श्रद्धालुओं को बताया। उपासना श्रद्धा की दिव्य अनुभूति है। श्रद्धा के परम शिखर पर चेतना जब आरूढ़ होती है तब उपासना साधती है, सिद्ध होती है। श्रद्धा के बिना उपासना संभव ही नहीं है।