डीएपी खाद के संकट से आलू की बुआई में परेशानी

आलू बाहुल्य क्षेत्र शाहाबाद में पिछले 15 दिनों से डीएपी खाद की किल्लत चल रही है। डीएपी खाद की किल्लत के चलते किसानों को आलू की बिजाई करने में परेशानी आ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 07:07 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 07:07 AM (IST)
डीएपी खाद के संकट से आलू की बुआई में परेशानी
डीएपी खाद के संकट से आलू की बुआई में परेशानी

संवाद सहयोगी, शाहाबाद : आलू बाहुल्य क्षेत्र शाहाबाद में पिछले 15 दिनों से डीएपी खाद की किल्लत चल रही है। डीएपी खाद की किल्लत के चलते किसानों को आलू की बिजाई करने में परेशानी आ रही है। जिला प्रशासन और कृषि विभाग के इस ओर ध्यान न देने पर किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है।

भारतीय किसान यूनियन के शाहाबाद के हलका के कार्यकारी अध्यक्ष जसबीर मामूमाजरा ने कहा डीएपी की किल्लत को लेकर जिला प्रशासन को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि तय समय तक डीएपी खाद न पहुंचने पर किसान सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन 25 सितंबर को शाहाबाद में होने वाली बैठक में इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया जाएगा। पूर्व सरपंच प्रगतिशील किसान सूरजभान रतनगढ़, जयपाल चढूनी, मदनपुर को-आपरेटिव सोसाइटी के चेयरमैन बलकार सिंह , जगदीप सिंह छपरा व किसान नेता गुरविद्र सिंह बाछल ने कहा कि किसी भी सोसाइटी में डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है। अगेती किस्म की धान की कटाई होने पर खेत खाली पड़े हैं। किसानों को उन खेतों में आलू की बिजाई करनी है। इसके लिए डीएपी की जरूरत है। ऐसे समय में कृषि विभाग और जिला प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

शहीदी दिवस पर राष्ट्रीय संस्कृत संगोष्ठी कल

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : हरियाणा संस्कृत अकादमी पंचकूला के तत्वावधान में प्रेरणा कुरुक्षेत्र व वसुधैव कुटुंबकम संस्कृति सेवा आयाम के सहयोग से 23 सितंबर को केशव सभागार, राजकीय आदर्श संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुरुक्षेत्र में आजादी का अमृत महोत्सव व शहीदी दिवस पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संस्कृत संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इसका विषय स्वाधीनता संग्राम में स्वतंत्रता सेनानियों व शिक्षकों की भूमिका रहेगा।

इसको लेकर मंगलवार को प्रेरणा वृद्ध आश्रम में बैठक की गई। संगोष्ठी के संयोजक डा. तरसेम कौशिक व ट्रस्ट के महासचिव डा. केवल कृष्ण ने बताया कि संगोष्ठी में अनेक विद्वान शामिल होंगगे। जिसमें हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशक डा. दिनेश कुमार शास्त्री, दर्शन विभाग कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष डा. हिम्मत सिंह सिन्हा, हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व निदेशक प्रोफेसर विजय दत्त शर्मा, हरियाणा संस्कृत अकादमी के पूर्व निदेशक डा. सुधीर कुमार, संस्कृत विभाग कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष प्रो. राजेश्वर मिश्र व प्रो. ललित कुमार गौड़, प्रेरणा के संस्थापक अध्यक्ष जयभगवान सिगला, डा. भीमराव आंबेडकर स्टडीज सेंटर, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सहायक निदेशक डा. प्रीतम सिंह सहित विभिन्न विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के शिक्षक व प्राध्यापक भाग लेंगे। इस अवसर पर टिक्का सिंह, राजेश सैनी, रमेश शास्त्री, बंसीलाल, रवि दत्त शर्मा, राजेश शर्मा, तरणदीप सिंह, अलीशेर, सुनील वत्स, प्रवीण शास्त्री व अमित शर्मा मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी