दादी प्रकाशमणि ने महिलाओं की छिपी शक्तियों को किया जागृत : बहन
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र केंद्र की प्रभारी बीके सरोज बहन ने कहा कि आध्यात्मिक ज्ञान गुणों शक्तियों से विभूषित दादी प्रकाशमणि ऐसी सशक्त महिला का नाम है जिन्होंने नारी जाति को शक्ति स्वरूप बनने का अनुपम उदाहरण पेश किया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र केंद्र की प्रभारी बीके सरोज बहन ने कहा कि आध्यात्मिक ज्ञान, गुणों शक्तियों से विभूषित दादी प्रकाशमणि ऐसी सशक्त महिला का नाम है, जिन्होंने नारी जाति को शक्ति स्वरूप बनने का अनुपम उदाहरण पेश किया है। उन्होंने महिलाओं की छिपी हुई शक्तियों को जागृत किया है। दादी ने विश्व के 130 देशों के लाखों भाई-बहनों को रुहानी सेवा में शामिल किया है। उन्होंने आध्यात्मिक दक्षता से समाज में जीवन मूल्यों की स्थापना की आधारशिला रखी। उन्होंने ब्रह्माकुमारीज के विशाल आध्यात्मिक संगठन का सफल नेतृत्व करते हुए दादी प्रकाशमणि ने अपने जीवन काल में विश्व कल्याण का परचम फहराया। उन्होंने 14 वर्ष की अल्पायु में ही अपना जीवन मानव कल्याण हेतु अर्पण कर दिया। उन्होंने विभिन्न जातियों, वर्ग, रंग-भेद को दूर करने के लिए मानवता में विश्व बंधुत्व एवं वसुधैवकुटुंबकम की भावना को जगाने व परमात्मा अवतरण के ईश्वरीय संदेश को कम समय में संपूर्ण विश्व में फैलाया। सरोज बहन ने कहा कि उनके कुशल नेतृत्व के कारण संस्थान को संयुक्त राष्ट्र संघ ने गैर सरकारी संस्था के तौर पर आर्थिक एवं सामाजिक परिषद का परामर्शक सदस्य बनाया। सन 1987 में एक अंतरराष्ट्रीय तथा पांच राष्ट्रीय स्तर के शांति पुरस्कार प्राप्त हुए। सन 1969 में प्रजापिता ब्रह्मा ने आध्यात्म की मशाल दादी को सौंप दी और आप संपूर्ण बन गए।