सीटीएम ने सुकन्या समृद्धि योजना की समीक्षा की

कुरुक्षेत्र सीटीएम निशा यादव ने बुधवार को सुकन्या समृद्धि योजना की समीक्षा की और लोगों को बेटियों को बचाने के लिए आगे आने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यह योजना बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत स्कीमों में से एक है। यह बेटियों के सुरक्षित भविष्य के लिए वरदान है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 04:27 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 04:27 AM (IST)
सीटीएम ने सुकन्या समृद्धि योजना की समीक्षा की
सीटीएम ने सुकन्या समृद्धि योजना की समीक्षा की

फोटो -11

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : सीटीएम निशा यादव ने बुधवार को सुकन्या समृद्धि योजना की समीक्षा की और लोगों को बेटियों को बचाने के लिए आगे आने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यह योजना बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत स्कीमों में से एक है। यह बेटियों के सुरक्षित भविष्य के लिए वरदान है। इस योजना में जमा की गई राशि भविष्य में बेटियों को उच्चतर शिक्षा दिलवाने और उनकी शादी तक आर्थिक रूप से मददगार साबित होगी। घरेलू बचत के लिए भी सरकार की यह एक अच्छी पहल है। सुकन्या समृद्धि खाता एक डाकघर से दूसरे डाकघर में निशुल्क ट्रांसफर किया जा सकता है। जमा राशि पर लगने वाला ब्याज पूरी तरह से कर-मुक्त है और इसमें आयकर अधिनियम की धारा 80-सी के तहत छूट भी मिलती है। ऐसे में सभी पात्र व्यक्तियों को इस योजना के तहत अपनी बेटी का खाता जरूर खुलवाना चाहिए। लड़कियां हर क्षेत्र में आगे आकर अपने वंश का नाम रोशन कर रही हैं।

दो बेटियों के लिए खुलवा सकते हैं खाता

उन्होंने कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना के तहत माता-पिता या कानूनी अभिभावक दो लड़कियों के लिए खाता खुलवा सकते है। बेटी के जन्म से 10 वर्ष तक की उम्र तक सुकन्या समृद्धि खाता खोला जा सकता है। इसके लिए 250 रुपये देने होते हैं। एक साल में कम से कम एक हजार रुपये खाते में जमा करना जरूरी है और अधिकतम 1.50 लाख रुपये जमा कराए जा सकते हैं। सुकन्या समृद्धि खाता योजना में जमा राशि पर ब्याज की गणना सालाना की जाती है। अभिभावक इस खाते में 14 साल तक ही पैसे जमा करा सकते हैं और 21 वर्ष में यह खाता मैच्योर हो जाएगा। बेटी के 18 वर्ष की होने के बाद उसकी उच्चतर शिक्षा के लिए तथा विवाह के समय जमा राशि में से आधा हिस्सा निकलवाया जा सकता है।

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