भगवान श्री कृष्ण के मुस्कान से सृष्टि का सृजन: कथावाचक अनिल शास्त्री
श्रीमद्भगवत कथा में समिति के संस्थापक अध्यक्ष एवं भागवत प्रवक्ता अनिल शास्त्री ने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का प्रसंग सुनाया। सोमवार को अवसर था गो गीता गायत्री सत्संग सेवा समिति की ओर से सेक्टर तीन में करवाई जा रही श्रीमद्भगवत कथा का।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : श्रीमद्भगवत कथा में समिति के संस्थापक अध्यक्ष एवं भागवत प्रवक्ता अनिल शास्त्री ने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का प्रसंग सुनाया। सोमवार को अवसर था गो गीता गायत्री सत्संग सेवा समिति की ओर से सेक्टर तीन में करवाई जा रही श्रीमद्भगवत कथा का।
उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण भगवान का प्राकट्य जब हुआ उस समय समस्त परिस्थितियां प्रतिकूल थी, लेकिन भगवान श्री कृष्ण ने जन कल्याण की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए विचार किया तब सभी प्रतिकूल परिस्थितियां कृपा दृष्टि से अनुकूल हो गई थी। भगवान श्री कृष्ण ने संसार के समस्त प्राणियों को एक विशेष संदेश दिया कि मेरा जीवन संघर्ष से परिपूर्ण है अगर मनुष्य के जीवन में संघर्ष कठिनाई आए तो उसे धैर्य रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण अपने भक्तों को सभी प्रकार से संरक्षण संवर्धन करते हैं। इसलिए भगवान श्री कृष्ण मथुरा में जन्म लेकर गोकुल में 12 वर्षों तक निवास करते हुए दुष्ट राक्षसों का संहार करते हुए संदेश दिया कि मनुष्य का मनोबल दृढ़ हो तो कुछ भी असंभव नहीं है। मनुष्य अपने कर्तव्यों के बल पर सब कुछ प्राप्त कर सकता है। भागवत जहां भी रहते हैं, वह स्थान साक्षात बैकुंठ के समान हो जाता है। कलयुग में भागवत महापुराण की कथा साक्षात अमृततुल्य है। इसका रसपान करने वाला मानव अजर अमर हो जाता है। मुख्यातिथि एवं यजमान उद्योगपति मुकेश सैनी ने आशीर्वाद प्राप्त किया। इस मौके पर अमित सैनी, रिकू सैनी, वीरेंद्र ढांडा, रामपाल पाली, डा. मंदीप सिंह योगेश शर्मा, नरेश शयोकंद व राहुल श्योकंद मौजूद रहे।