सेक्टरों में इस बार बढ़ सकते हैं कलेक्टर रेट, कमेटी में कुछ राहत की उम्मीद
राजस्व विभाग शहर में नए सिरे से कलेक्टर रेट निर्धारित करेगा। विभागीय अधिकारियों ने तहसील व उप तहसील पर इसके लिए काम शुरू कर दिया है। जानकारों की मानें तो इस बार कुछ सेक्टरों में कलेक्टर रेट बढ़ाए जा सकते हैं जबकि नगर परिषद की कई कालोनियों में कलेक्टर रेट में राहत मिलने की उम्मीद है। यहां रेट कम नहीं होंगे तो बढ़ाए भी नहीं जाएंगे।
जगमहेंद्र सरोहा, कुरुक्षेत्र
राजस्व विभाग शहर में नए सिरे से कलेक्टर रेट निर्धारित करेगा। विभागीय अधिकारियों ने तहसील व उप तहसील पर इसके लिए काम शुरू कर दिया है। जानकारों की मानें तो इस बार कुछ सेक्टरों में कलेक्टर रेट बढ़ाए जा सकते हैं, जबकि नगर परिषद की कई कालोनियों में कलेक्टर रेट में राहत मिलने की उम्मीद है। यहां रेट कम नहीं होंगे तो बढ़ाए भी नहीं जाएंगे। राजस्व विभाग में इस पर काम शुरू होते ही शहर की प्रॉपर्टी में हलचल तेज हो गई है।
राजस्व विभाग वित्त वर्ष के शुरुआत और मध्य में दो बार कलेक्टर रेट निर्धारित करता है। 2020-21 के लिए मार्च महीने में कलेक्टर रेट तय कर दिए थे। इनको लागू भी कर दिया था। इसी बीच लॉकडाउन लग गया। ऐसे में सितंबर महीने में कलेक्टर के रेट नए सिरे से निर्धारित नहीं किए गए थे। राजस्व विभाग ने मार्च महीने के रेटों को ही रिवाइज कर दिया था। ये रहेगा रेट बढ़ने के कारण
थानेसर के नायब तहसीलदार जयवीर रंगा ने बताया कि शहर के सेक्टरों में कलेक्टर रेट कम हैं, जबकि मार्केट रेट इससे अधिक हैं। कई सेक्टरों में तो आधा अंतर है। ऐसे में राजस्व विभाग को नुक्सान होता है जबकि कई कालोनियों में कलेक्टर रेट मार्केट से अधिक हैं। इस बार इस पर फोकस रखा जाएगा। हालांकि राजस्व विभाग लोगों की आपत्तियों के बाद ही इसमें आगामी फैसला लेगा। 30 से 35 फीसद आया उछाल
केशव प्रॉपर्टी के संचालक पवन छाबड़ा ने बताया कि लाकडाउन और उसके बाद शहर में कमेटी की वैध कालोनियों और सेक्टरों में प्रॉपर्टी की मांग बढ़ी है। रेट 15-30 फीसद बढ़ा है। इसमें 30 से 35 फीसद उछाल आया है। सेक्टरों में प्रॉपर्टी का रेट 15-25 हजार रुपये प्रति वर्ग गज हो गया है। सेक्टर चार व आठ में मांग बढ़ी है। इसका बड़ा कारण इन सेक्टरों में खाली प्लॉटों का आसानी से मिल जाना है। अंसल व कई अन्य प्राइवेट कालोनियों में भी मांग बढ़ी है। शहर में 10 और शाहाबाद-पिहोवा में एक-एक सेक्टर
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के शहर में 10 सेक्टर हैं। इनमें से सात सेक्टरों की देखरेख नगर परिषद और बाकी तीन की एचएसवीपी करता है। एक-एक सेक्टर शाहाबाद व पिहोवा में है। शहर में 2, 3, 4, 5, 7, 8, 10, 13, 17 व 30 हैं। एचएसवीपी शहर में एक अन्य सेक्टर डेवलेप करने की तैयारी में है। 31 तक मांगे आपत्तियां और सुझाव के लिए
डीसी शरणदीप कौर बराड़ ने बताया कि वित्तायुक्त एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग जिले की सभी तहसील, उप तहसील में अचल संपति के पंजीकरण के लिए वर्ष 2021-22 के कलेक्टर रेट तय करेगा। इसके लिए लोगों ने आपत्ति व सुझाव मांगे गए थे। अब इसकी तारीख 15 जनवरी से बढ़ाकर 31 जनवरी कर दी है। कोई भी व्यक्ति तय तारीख तक अपने सुझाव व आपत्ति दर्ज करा सकता है।