बूंदाबांदी से किसानों की बढ़ी चिता, करीब 25 लाख क्विंटल गेहूं मंड़ियों में पड़ा

धर्मनगरी में शुक्रवार शाम पांच बजे के करीब मौसम के बदले हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 07:59 AM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 07:59 AM (IST)
बूंदाबांदी से किसानों की बढ़ी चिता, करीब 25 लाख क्विंटल गेहूं मंड़ियों में पड़ा
बूंदाबांदी से किसानों की बढ़ी चिता, करीब 25 लाख क्विंटल गेहूं मंड़ियों में पड़ा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : धर्मनगरी में शुक्रवार शाम पांच बजे के करीब मौसम के बदले मिजाज ने किसानों की चिता बढ़ा दी है। खेतों में पककर तैयार खड़ी गेहूं की फसल के साथ-साथ अनाज मंडियों में खुले में पड़ी लाखों क्विंटल गेहूं पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। ऐसे हालात में बारिश से खेतों में खड़ी फसल के साथ-साथ अनाज मंडियों में पड़ी गेहूं को भी नुकसान हो सकता है। जिला भर की अनाज मंडियों में 25 लाख क्विंटल के करीब गेहूं पड़ा है। आसमान में बादल छाने पर हल्की बूंदाबांदी शुरू होते ही अनाज मंडियों में मजदूरों ने गेहूं पर तिरपाल ढकनी शुरू कर दी हैं।

करीब दो बजे छाए बादल, पांच बजे चलने लगी तेज आंधी

मौसम विशेषज्ञों ने कई दिन पहले ही शुक्रवार को आसमान में बादल छाने के साथ कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी का अनुमान जताया था। इसी को देखते हुए किसानों ने भी गेहूं कटाई में तेजी ला दी थी। ऐसे में शुक्रवार दोपहर को ही आसमान में हल्के बादल छाने लगे थे। दोपहर बाद पांच बजे सूर्य देवता और बादलों के बीच लुकाछिपी चलती रही। इसके बाद शाम पांच बजे तेज हवा चलने लगी। तेज हवा चलने से आसमान में धूल का गुबार बन गया। इसके साथ ही हल्की बूंदाबांदी भी शुरू हो गई। मौसम का मिजाज बदलते देख आढ़तियों ने अनाज मंडियों में पड़ी गेहूं पर तिरपाल ढकना शुरू कर दिया। बरसात से हो सकता है नुकसान

अग्रणी किसान महावीर सिंह ने कहा कि इन दिनों खेतों में गेहूं की फसल पककर तैयार है। खेतों के साथ अनाज मंडियों में भी गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ी है। इन दिनों बूंदाबांदी होने पर नुकसान हो सकता है। अभी गेहूं कटाई का 30 फीसद के काम बाकी है।

बारिश और आंधी से किसानों में चिंता

संवाद सहयोगी, लाडवा : मौसम विभाग ने 16-17 अप्रैल को बारिश व तेज आंधी की संभावना के बाद भी प्रशासन किसानों के पीले सोने को लेकर चितित नजर नहीं आ रहा। यही कारण है कि शुक्रवार को जब तेज आंधी ने लाडवा में दस्तक दी तो प्रशासन सहित आढ़तियों व किसानों के भी हाथपांव फूल गए। सरकारी आंकड़ों के अनुसार लाडवा मंडी में करीब सवा पांच लाख कट्टे गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ा है। पहले से खरीदे गेहूं का पूर्णत: उठान भी नहीं हो पाया कि शुक्रवार को लाडवा अनाज मंडी में करीब एक लाख क्विंटल गेहूं और पहुंच गया। हालांकि एहतियात के तौर पर तिरपाल डालकर गेहूं को बारिश से बचाने की तैयारियां की गई है, लेकिन अगर अधिक बारिश आती है तो कट्टों के नीचे पानी आने से गेहूं को काफी नुकसान हो सकता है। अभी 17 अप्रैल के लिए भी मौसम विभाग ने बारिश व तेज आंधी की संभावना जताई है। ऐसे में अगर बारिश होती है तो किसानों से लेकर आढ़तियों व सरकार को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है।

लाडवा अनाज मंडी के सुपरवाइजर संजय कुमार ने बताया कि मौसम बदलते ही मंडी में गेहूं के कट्टों को तिरपाल से ढकवा दिया गया। शुक्रवार को लाडवा मंडी में करीब एक लाख क्विटल गेहूं पहुंच गई थी, जिसके चलते भी मंडी में गेहूं के कट्टों के ढेर लगे, लेकिन इसके बावजूद भी मौसम से निपटने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं।

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