पश्चिमी विक्षोभ से बारिश के आसार, धान की सीधी बिजाई टालने की सलाह
कुरुक्षेत्र पश्चिमी विक्षोभ व अरब सागर में उठे चक्रवात के चलते मंगलवार को सुबह ही आसमान में बादल छा गए। विशेषज्ञों ने अगले दो दिन जिले में बारिश की संभावना जताई जा रही है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पश्चिमी विक्षोभ व अरब सागर में उठे चक्रवात के चलते मंगलवार को सुबह ही आसमान में बादल छा गए। विशेषज्ञों ने अगले दो दिन जिले में बारिश की संभावना जताई जा रही है। इसके साथ तेज हवा और गरज व चमक होगी। बारिश की संभावना को देखते हुए कृषि विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञों ने धान की सीधी बिजाई को टालने की सलाह दी है।
मौसम के करवट लेने पर मंगलवार को सुबह से ही आसमान में बादल छा गए। इससे अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा है। मौसम विशेषज्ञों ने बुधवार को बारिश के चलते अधिकतम तापमान कम होकर 26 डिग्री पर पहुंचने का अनुमान जताया है। इससे अगले दिन वीरवार को भी अधिकतम तापमान 32 डिग्री तक रहने का अनुमान जताया है। इस चक्रवात के चलते 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से हवाएं चलने की भी संभावना जताई गई है।
दो दिन होगी बूंदाबांदी
मौसम विशेषज्ञों ने बताया है कि अगले दो दिन मौसम में बदलाव संभावित है। अरब सागर में आए चक्रवाती तूफान टाक्टे के कारण राजस्थान होते हुए नमी वाली हवाएं प्रदेश की ओर बढ़ने व एक संभावित पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से मौसम में बदलाव संभावित है। इससे 19 व 20 मई के बीच ज्यादातर क्षेत्रों में तेज हवा व गरज-चमक के साथ मध्यम व भारी बारिश की भी संभावना है।
कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को दी सलाह
कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ संयोजक डा. प्रद्युम्मन भटनागर ने मौसम को लेकर जारी पूर्वानुमान को देखते हुए किसानों को सलाह दी है कि धान की सीधी बिजाई दो दिन के लिए टाल दें। तेज बारिश से धान की सीधी बिजाई में नुकसान हो सकता है। इतना ही नहीं उन्होंने सब्जी उत्पादक किसानों को भी सब्जी के खेत से पानी की निकासी के उचित प्रबंध करने की सलाह दी है। सब्जियों, बागों व खड़ी फसलों में सिचाई व रासायनिक छिड़काव भी अगले दो दिनों के लिए अवश्य रोक लें।