भाजपा युवा मोर्चा पिपली मंडल की कार्यककरिणी गठित की

भारतीय जनता युवा मोर्चा ने पिपली मंडल की कार्यकारिणी का शनिवार को भाजपा प्रदेश महामंत्री एवं लाडवा के पूर्व विधायक डा. पवन सैनी के आवास पर किया गया। युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रुबल शर्मा की मौजूदगी में पिपली मंडलाध्यक्ष सोमपाल राणा ने पदाधिकारियों की घोषणा की।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 06:25 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 06:25 AM (IST)
भाजपा युवा मोर्चा पिपली मंडल की कार्यककरिणी गठित की
भाजपा युवा मोर्चा पिपली मंडल की कार्यककरिणी गठित की

संवाद सहयोगी, पिपली : भारतीय जनता युवा मोर्चा ने पिपली मंडल की कार्यकारिणी का शनिवार को भाजपा प्रदेश महामंत्री एवं लाडवा के पूर्व विधायक डा. पवन सैनी के आवास पर किया गया। युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रुबल शर्मा की मौजूदगी में पिपली मंडलाध्यक्ष सोमपाल राणा ने पदाधिकारियों की घोषणा की।

सोमपाल राणा ने बताया कि मंडल की युवा कार्यकारिणी में राजेश उमरी व अश्वनी सिरसमा को उपाध्यक्ष बनाया गया है। पवन मथाना व रोहित कोल्हापुर को महामंत्री, ऋषभ कुंद्रा और अमित लाल रामगढ़ को मंत्री, हरजीत निषाद को आइटी प्रमुख और अजय किशनपुरा को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। इनके अलावा रणदीप जंगम, सतीश कनीपला, युवराज पिपली, अशोक खेहरा, अमरेंद्र गादली, गुरदेव सांवला, पवन उमरी व रवि खेहरी को कार्यकारिणी सदस्य नियुक्त किया है।

युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रुबल शर्मा ने सभी पदाधिकारियों व सदस्यों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि युवा मोर्चा त्याग, तपस्या, संघर्ष और बलिदान का नाम हैं। युवाओं को मार्गदर्शन और सही राह दिखाना मोर्चा की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार युवाओं के कल्याण और विकास के लिए कार्य कर रही है। जिले में छह मंडलों के पदाधिकारियों की नियुक्ति की जा चुकी है। बाकी मंडलों में पदाधिकारियों की नियुक्तियां भी जल्द की जाएंगी। संगीत विभाग की कार्यशाला में अमीर खुसरो के रचित रागों की दी जानकारी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के संगीत एवं नृत्य विभाग की आनलाइन कार्यशाला में तीसरे दिन अमीर खुसरो के रचित रागों की जानकारी दी गई। पंडित डा. हरविद्र शर्मा ने बताया कि मध्यकाल में किस प्रकार रागों की बंदिशों का चलन होता था। इसके साथ -साथ सितार के विभिन्न घरानों की वादन विधि पर भी चर्चा की गई। सुगम संगीत को सितार पर किस प्रकार से बजा कर बेहतर बनाकर प्रस्तुत किया जा सकता है। सितार पर हनुमान चालीसा वादन कर सुगम संगीत की अनेक बारीकियों के बारे में बताते हुए उन्होंने खटका, जमजमा, मुकी, कण की भी जानकारी दी। तबला विषय के विशेषज्ञ डा. राहुल स्वर्णकार ने एकल तबला वादन के प्रमुख विधा कायदा के विषय में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की तथा विभिन्न घरानों के कायदों व उनकी विशेषताओं को बताया। गायन के विशेषज्ञ प्रो. यशपाल शर्मा ने मध्याह्न सत्र के अंतर्गत कंठ साधना विषय पर अपने विचारों को प्रतिभागियों से सांझा किया। आपने कंठ साधना के अंतर्गत आवाज के उच्चारण, श्वास की प्रक्रिया इत्यादि पर विस्तृत चर्चा की। अंतिम सत्र में डा. रवि गौतम ने साउंड रिकार्डिंग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां सांझा की।

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