छात्राएं आशावादी और स्वावलंबी बनें : डा. भारती

आर्य कन्या महाविद्यालय की सेवानिवृत्त प्राचार्या डा. भारती बंधु ने कहा कि छात्राओं को आशावादी और स्वावलंबी होना चाहिए। विद्यार्थी जीवन में आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने से छात्राओं में आत्मविश्वास बढ़ता है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 05:27 PM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 05:27 PM (IST)
छात्राएं आशावादी और स्वावलंबी बनें : डा. भारती
छात्राएं आशावादी और स्वावलंबी बनें : डा. भारती

फोटो संख्या : 15 - आर्य कन्या महाविद्यालय में प्रतिभा खोज प्रतियोगिता धूमधाम से संपन्न संवाद सहयोगी, शाहाबाद : आर्य कन्या महाविद्यालय की सेवानिवृत्त प्राचार्या डा. भारती बंधु ने कहा कि छात्राओं को आशावादी और स्वावलंबी होना चाहिए। विद्यार्थी जीवन में आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने से छात्राओं में आत्मविश्वास बढ़ता है। वह बुधवार को आर्य कन्या महाविद्यालय में आयोजित प्रतिभा खोज प्रतियोगिता में बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रही थी।

महाविद्यालय की प्राचार्या डा. सुनीता पाहवा ने बताया कि प्रतिभा खोज कार्यक्रम के अंतर्गत रंगोली, चित्रकला, प्रश्नोत्तरी, बेस्ट आउट आफ वेस्ट, नृत्य, गायन, मोनो एक्टिग, स्केचिग व भाषण प्रतियोगिताएं करवाई गई। इस मौके पर आयोजित रंगोली प्रतियोगिता में महक ने पहला, अंजलि ने दूसरा व माफी ने तीसरा स्थान हासिल किया। कविता प्रतियोगिता में वंशिका ने पहला, सोनिया ने दूसरा व तमन्ना ने तीसरा स्थान हासिल किया। इसी तरह चित्रकला प्रतियोगिता में कोमल प्रथम, वंशिका द्वितीय व नीतू पंचाल ने तृतीय स्थान पर रही।

बेस्ट आउट आफ वेस्ट में दीक्षा प्रथम

बेस्ट आउट आफ वेस्ट प्रतियोगिता में दीक्षा देवी ने पहला, अमनदीप ने दूसरा और सिमरण ने तीसरा स्थान हासिल किया। मोनो एक्टिंग प्रतियोगिता में वंशिका पहले, अंजली दूसरे व सविता तीसरे स्थान पर रही है। मुख्यातिथि ने सभी विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। मंच का संचालन नेहा व शालिनी ने किया।

निर्णायक मंडल में ये शामिल

निर्णायक की भूमिका अर्चना, संतोष, डा. भारती शर्मा, डा. विता मेहता, डा. प्रियंका सिंह ने निभाई। इस अवसर पर महाविद्यालय प्रबंधन समिति के प्रधान रामलाल, गुप्ता, महेंद्र कंसल, शिखा सुनेजा व डा. कविता मेहता मौजूद रहे।

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