तनाव भरे माहौल में औषधि का काम करती है कला : सचदेवा

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि आजकल के तनाव भरे माहौल में कला औषधि का काम करती है और मानव मन को शांति प्रदान करती है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 08:02 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 08:02 PM (IST)
तनाव भरे माहौल में औषधि का काम करती है कला : सचदेवा
तनाव भरे माहौल में औषधि का काम करती है कला : सचदेवा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि आजकल के तनाव भरे माहौल में कला औषधि का काम करती है और मानव मन को शांति प्रदान करती है। कला अभिव्यक्ति को प्रकट करने का सशक्त माध्यम है। वह वीरवार को ललित कला विभाग की आनलाइन राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी सृजन 2021 के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी कला जगत एवं कला विधा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने ललित कला विभाग के इस प्रयास के लिए विभाग के सभी शिक्षकों, प्रतिभागियों, शोधार्थी व छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि आगे भी इस तरह के प्रयासों के लिए प्रशासन हर संभव सहयोग के लिए संकल्पबद्ध है। कुवि के कुलसचिव डा. संजीव शर्मा ने ललित कला विभाग के इस प्रयास की सराहना की एवं सभी शिक्षकों को इस प्रदर्शनी के आयोजन के लिए बधाई दी। विभागाध्यक्ष एवं कला प्रदर्शनी के समन्वयक डा. पवन कुमार ने बताया कि प्रदर्शनी पांच से 15 अगस्त तक चलेगी। विभाग आगे भी इस तरह की कला प्रदर्शनी का आयोजन करता रहेगा। इस आनलाइन प्रदर्शनी के अवलोकन के लिए कुवि की वेबसाइट पर लिक उपलब्ध है। राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के आयोजन सचिव डा. गुरचरण सिंह ने बताया कि प्रदर्शनी में भारत के विभिन्न राज्यों के प्रसिद्ध कलाकार भाग ले रहे हैं। इस कला प्रदर्शनी में लगभग 60 कलाकार प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इस मौके पर सह-समंवयक डा. राकेश बानी, प्रो. तेजेंद्र शर्मा, प्रो. राम विरंजन, डा. मोनिका, डा. जया दरोंदे व डा. आरके सिंह मौजूद रहे।

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