पढ़ाई के साथ-साथ कौशल और व्यक्तित्व विकास भी जरूरी : सचदेवा

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ कौशल और व्यक्तित्व विकास भी जरूरी है। वाणिज्य विषय में शिक्षा ग्रहण करते हुए विद्यार्थियों का व्यक्तित्व विकास भी होता है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 06:21 AM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 06:21 AM (IST)
पढ़ाई के साथ-साथ कौशल और व्यक्तित्व विकास भी जरूरी : सचदेवा
पढ़ाई के साथ-साथ कौशल और व्यक्तित्व विकास भी जरूरी : सचदेवा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ कौशल और व्यक्तित्व विकास भी जरूरी है। वाणिज्य विषय में शिक्षा ग्रहण करते हुए विद्यार्थियों का व्यक्तित्व विकास भी होता है। वह सोमवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग के स्वर्ण जयंती वर्ष के उद्घाटन कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने विभाग के 50 वर्षों के इतिहास में शिक्षण क्षेत्र में योगदान की सराहना की और विभाग को अनेकों क्षेत्रों में उपलब्धियों के लिए बधाई दी। उन्होंने बताया कि विभाग से पढ़कर हर क्षेत्र में विद्यार्थी उच्च पदों पर आसीन हैं तथा विश्व के हर कोने में सफलता की ऊंचाइयों को छू रहे हैं। 1971 में स्थापित विभाग 2021 में अपनी स्वर्ण जयंती के वर्ष में पहुंच गया है। उन्होंने शोधकर्ताओं से आह्वान किया कि वे उच्च स्तर की शोध के द्वारा समाज की समस्याओं का समाधान खोजें। नेशनल इंस्टिट्यूट आफ फाइनेंसियल मैनेजमेंट फरीदाबाद के प्रो. केपी कौशिक ने विद्यार्थियों को पढ़ाई करते हुए मनन करने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि मात्र पुस्तक पढ़ने से ज्ञान हासिल नहीं होता, उस पर मनन आवश्यक है। उन्होंने शोधकर्ताओं को आह्वान करते हुए कहा कि शोधार्थियों को शोध का विषय समाज की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए चुनना चाहिए व शोध के लिए सांख्यिकी तकनीकों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. तेजेंद्र शर्मा ने विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं व अन्य का आभार जताया। उन्होंने विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर प्रो. नीलम ढांडा, प्रो. महाबीर नरवाल, प्रो. सुभाष चंद, प्रो. अजय सुनेजा, डा. रश्मि चौधरी, आशीष सांगवान मौजूद रहे।

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